मुनिया की दुनिया
किस्सा 33
मुनिया को पास्ता खाना था…
मैंने खुद को बहुत चतुर मानते हुए उसके सामने शर्त रख दी कि ठीक है पहले रोटी खाओ तब पास्ता मिलेगा
मुनिया तो और भी चतुर, उसने कहा- आधी ही रोटी खाऊँगी
मैं- ठीक है बाबा आधी ही खाना, मैंने उसे आधी रोटी परोस दी..उसके पसंदीदा जैम के साथ
मुनिया ने और भी चतुराई दिखाई, उसने आधी में से भी आधी ही खाई…
मैंने प्रश्न किया तो जवाब मिला- आपने जितनी दी थी उसमें से मैंने आधी खाई…यही कहा था न आपसे आधी ही खाऊँगी..
..तो मैं ही उल्लू बन गई, कहाँ तो उसे उल्लू बनाने चली थी…मुझे पता होता तो इस बदमाश को पूरी रोटी ही देती हाहाहा
#MKD। #Kissa 5। मुनिया के लिए तो हर दिन है केवल पिता का…
https://www.youtube.com/watch?v=8XLI9xvgXFI&feature=youtu.be
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(क्रमशः)
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