मुनिया की दुनिया

मुनिया की दुनिया

किस्सा 26

धड़धड़ाते हुए वे सब अंदर आए..एक..दो..तीन..चार..पाँच..ओह्ह मैंने गिनना छोड़ दिया

और उतने ही धड़धड़ाते हुए बाहर भी भाग गए

सबसे छोटी होने से सबसे पीछे रह गई मुनिया…

वह भी फुदकते हुए पीछे-पीछे जा ही रही थी कि मैंने उसे रोककर पूछ लिया- ‘अरे कहाँ?’

मुनिया- ‘कम-ऑन लेट्स गो!’

मैं- इतनी जल्दबाजी में जा कहाँ रहे हो तुम सब?’

मुनिया- ‘जुपिटर(बृहस्पति) पर, कम-ऑन लेट्स गो’

..और वह भी दौड़ पड़ी

‘चाँद के पार चलो’, कहता रूमानी गीत, ‘मंगल पर पानी की खोज’ जैसे वैज्ञानिक समाचार और उनसे यह एकदम अलहदा…

अलबत्ता हमें तो केवल इतना पता है कि जुपिटर हमारे सौर-मंडल का सबसे विशाल ग्रह है, आकार में यह धरती से 1300 गुना बड़ा है।

पर जनरेशन नेक्स्ट ने जुपिटर पर जाने की तैयारी शुरू कर दी है, तो…गुरू तू भी हो जा शुरू, कह रही है मुनिया ‘कम-ऑन’

(क्रमशः)

https://www.atarman.com/hi/post/muniya-ki-duniya-kissa-27

मुनिया को यह पक्का पता है

https://www.youtube.com/watch?v=DUpuvwzYJtw&feature=youtu.be