क्यों रात भर नींद नहीं आती?

क्यों रात भर नींद नहीं आती?

नींद क्यों रात भर नहीं आती....यह सवाल भारत की आधी जनसंख्या को सताने लगा है। लगभग 55 प्रतिशत भारतीय छह घंटे भी ठीक से सो नहीं पाते। यदि सोते भी हैं तो उनकी नींद उचटती रहती है। केवल दो प्रतिशत भारतीय ही हर रात आठ से दस घंटे सो पाते हैं। कम्युनिटी आधारित सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म लोकलसर्कल (LocalCircles) का नया अध्ययन यह कहता है।

बीते 12 महीनों या लगभग साल भर से यह अध्ययन किया जा रहा है, जिससे झलकता है कि हर रात हर कोई घोड़े बेचकर चैन की नींद नहीं सो पाता। यह सर्वे लगभग 13,438 लोगों पर किया गया। सर्वे में पाया गया कि 43 प्रतिशत लोग छह से आठ घंटे सो पाते हैं जबकि 34 प्रतिशत केवल चार से छह घंटे ही सो पाते हैं, 21 प्रतिशत वास्तव में केवल चार ही घंटे सोते हैं और ऐसे लोग केवल दो प्रतिशत हैं जो हर रात आठ से दस घंटे सोने में सफल होते हैं। इसे इनसोम्निय (Insomnia- रात में नींद न आने की बीमारी) से जोड़ सकते हैं। इस बीमारी में व्यक्ति को सोने में असुविधा होती है, नींद की कमी या नींद पूरी न हो पाने की समस्या बनी रहती है।

नींद न आने के कारण

हो सकता है कि आप दोपहर में सो लेते हों, तो आपको रात में नींद आने की समस्या हो जाती हो। हर रोज़ सोने का समय बदलते रहने से भी नींद न आने की समस्या हो सकती है। नींद के समय आसपास अधिक शोर होने या कमरे में अधिक रोशनी होने पर भी नींद नहीं आती। इसके अलावा व्यायाम न करना, सोते समय मोबाइल-टीवी जैसे उपकरणों को देखना, धूम्रपान करना, पूरे दिन कैफ़ीनयुक्त पदार्थों का सेवन करना, कुछ ख़ास किस्म की दवाइयाँ लेना भी नींद को कोसों दूर रखते हैं।

तुरंत नींद पाना चाहते हों, तो ज़ाहिरन इनके विपरीत आदतों को अपनाना होगा जैसे सोने और जागने का समय निर्धारित करना। ऐसा माहौल बनाना कि तुरंत नींद लग जाए। आरामदायक बिस्तर पर सोना, नियमित व्यायाम करना, कैफ़ीन वाली चीज़ें कम लेना, धूम्रपान न करना, ज़रूरत से ज़्यादा न खाना, सोने से पहले थोड़ा रिलैक्स होना।

अच्छी नींद के लिए क्या करें?

अच्छी नींद चाहते हैं तो केला खा सकते हैं। यह गहरी नींद दिलाने के लिए काफ़ी फायदेमंद होता है। इसके अलावा कीवी, गाजर,संतरा, अनानास भी लाभकारी होंगेअगर आपको रात में नींद नहीं आती तो सोने से पहले गुनगुने पानी से नहाने की आदत डालें। इससे आपकी तंत्रिकाओं और माँसपेशियों को आराम मिलेगा। रात को नहाने से बॉडी टैम्परेचर कम हो जाता है, जिससे जल्दी नींद आती है।

अपने जबड़े, जीभ और आँख की माँसपेशियों को आराम दें। अपने बाजुओं को आराम दें और बाँहों के ऊपरी तथा निचले भाग को हल्का छोड़ दें। छाती को आराम दें और गहरी लंबी साँस बाहर छोड़ें। अपने पैरों को ऊपर से नीचे तक ढीला छोड़ दें। ये कुछ सरल उपाय भी आपको नींद दिला सकते हैं।

नींद की कमी से होने वाले विकार

नींद की कमी से हार्ट अटैक का ख़तरा बना रहता है। इससे मानसिक समस्याएँ भी बढ़ सकती हैं। डाईबिटीज़, ब्रेस्ट कैंसर का ख़तरा, हड्डियों की कमज़ोरी जैसी शिकायतें भी इस वजह से हो सकती हैं। नींद की कमी का पहला चरण छूटी हुई नींद के 24 घंटों के भीतर दिखने लगता है। अधिकांश लोग इस स्तर पर नींद की कमी को सहन कर लेते हैं।

लेकिन जैसे-जैसे नींद की कमी बढ़ती चली जाती हैं, समस्याओं में भी इज़ाफ़ा होने लगता है। आपको संज्ञानात्मक कार्य और वास्तविक धारणाओं को समझने में मुश्किल हो रही हो तो तुरंत चेत जाएँ और पहला काम यह करें कि अपनी नींद पर तुरंत ध्यान दें।