दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व और स्वास्थ्य प्रभाव

दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व और स्वास्थ्य प्रभाव

दूध-दही की नदियाँ और लस्सी के गिलास

दूध-दही की नदियों या लस्सी के बड़े-बड़े गिलासों के बारे में सोचते ही आपको पंजाब-हरियाणा याद आ जाता होगा लेकिन यकीन मानिए भले ही उत्तर भारत को दूध-दही से समृद्ध क्षेत्र माना जाता हो लेकिन दक्षिण भारत में दूध-दही का उपयोग अधिक होता है

राष्ट्रीय डेरी विकास मंडल के अनुसार पंजाब एवं हरियाणा में प्रति व्यक्ति सर्वाधिक दूध की उपलब्धता है लेकिन पाँचवाँ राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे बताता है कि औसतन प्रति व्यक्ति दक्षिण भारत में उत्तर भारत के बनिस्बत अधिक दूध एवं दही की खपत होती है। वैसे भारत में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 394 ग्राम प्रतिदिन है, जबकि बिहार में मात्र 241 ग्राम प्रतिदिन प्रति व्यक्ति दूध उपलब्ध है। भारत में बीते 30 सालों में दूध का उत्पादन चार गुना से अधिक बढ़ा है और वर्ष 2021 में भारत का दुग्ध उत्पादन 40 ग्राम से प्रति व्यक्ति से बढ़कर 155 ग्राम तक हो गया था। भारत में दूध का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है, जो भारत के कुल दूध उत्पादन की 17 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखता है।

दूध से शरीर को कैल्शियम मिलता है यह तो सर्वविदित है। दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है। दूध में मौजूद विटामिन एवं अन्य पोषक तत्व सेहत के लिए लाभदायी हैं। दूध में कैलोरी, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी तथा विटामिन बी12 तथा पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। इसी के साथ दूध एनर्जी बूस्टर होता है। दूध थकान दूर करता है और गले के लिए भी फायदेमंद होता है, इसे पीने से तनाव भी दूर रहता है। कब्ज़ की समस्या से भी इससे राहत मिलती है, लेकिन यदि आपने खाली पेट दूध पी लिया, तो हो सकता है इससे आपकी कब्ज़ और गैस की शिकायत हो जाए।

पेट को ठंडक पहुँचाने के लिए खाना खाने के आधे घंटे बाद आधा गिलास ठंडा दूध पीने से ऐसिडिटी की शिकायत नहीं रहती। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय आहार संबंधी दिशा-निर्देश वयस्कों के लिए तीन कप या 732एमएल/प्रतिदिन दूध पीने की अनुशंसा करते हैं। पानी की कमी या डी-हाइड्रेशन रोकने के लिए भी ठंडा दूध पीने की सलाह दी जाती है। पर यदि आपको सर्दी-बुखार है तो ठंडा दूध पीने से बचें।

रात में दूध पीकर सोने से अच्छी नींद आती है। दूध में मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करता है। इसे पीने के बाद लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पेट भरा रहता है। जिन्हें रात में भूख लगने की शिकायत है वे भी यदि रात को दूध पी लें तो भूख शांत हो जाती है। बच्चों को सुबह-सबेरे दूध पीना चाहिए जबकि वयस्कों को रात को दूध पीना चाहिए जिससे ओज वृद्धि होती है

और जैसा कि माना जाता है गाय का दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए सर्वाधिक उपयोगी है। वैसे गाय के दूध की तुलना में भैंस के दूध में 10 से 11 प्रतिशत अधिक प्रोटीन होता है। यदि आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है तो आपको भैंस का दूध पीना चाहिए। और निश्चिंत रहिए दूध पीने से वजन नहीं बढ़ता। ----