क्यों शादी के बाद बदल जाता है जीवनसाथी?

क्यों शादी के बाद बदल जाता है जीवनसाथी?

हैप्पी मैरिड लाइफ, प्यार करने वाला जीवनसाथी… सभी का सपना होता है। लोग चाहते हैं कि उनका प्यार शादी के सालों-साल बाद भी वैसा ही रहे, जैसा शादी के पहले थे, लेकिन अफसोस कि ऐसा होता नहीं। जैसे-जैसे दिन बीतते जाते हैं, पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे से शिकायत होने लगती है

पत्नियों को ये लगता है कि पति पहले जैसे रोमांटिक नहीं रहे, प्यार नहीं जताते, सरप्राइज नहीं देते, बोरिंग हो गये हैं। वहीं पतियों को लगता है कि पत्नियां अब उनके लिए सजती-संवरती नहीं हैं, बच्चों के साथ ज्यादा समय बिताती हैं, घर के कामों में लगी रहती है, हमेशा थकान का बहाना करती हैं।

हर परिवार में अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं। कहीं पतियों को लगता है कि पत्नी शादी के बाद बदल गयी है, तो कहीं पत्नियों को लगता है कि पति शादी के बाद बदल गये हैं

अगर आप भी इसी दौर से गुजर रहे हैं तो समय आ गया है अपने रिश्तों पर दोबारा काम करने का। आज हम आपको बता रहे हैं कि वे कौन-से ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से कोई इंसान बदल जाता है और ऐसे में क्या करें कि सब ठीक हो जाये

घर और ऑफिस की जिम्मेदारियां

शादी के पहले आप पर घर की कोई जिम्मेदारी नहीं थी। जब मन आये, आप घर से बाहर निकल कर मिलते थे, घूमते थे, रोमांस करते थे। लेकिन शादी के बाद आप एक घर में परिवार के साथ रहते हैं। ऐसे में घर के काम होते हैं। ऑफिस के भी काम होते हैं। सुबह से लेकर रात तक आपका रूटीन काम के साथ फिक्स हो जाता है

लड़के खुद को जिम्मेदार महसूस करने लगते हैं, तो नौकरी को सीरियसली लेते हैं और लड़कियां परिवार के सदस्यों का दिल जीतने के लिए घर के कामों में लग जाती हैं। अगर जॉब करती हैं तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। ऐसे में कपल को एक-दूसरे के लिए वक्त नहीं मिल पाता

पहले जिस इंसान को मिलने को आप बेचैन हो जाते थे, झूठ बोलकर घर से बाहर निकल पड़ते थे, अब वो आपके साथ ही रहता है तो मिलने की वो तड़प बचती नहीं क्योंकि सामने वाला दिनभर नजर आता है। इसके अलावा शादी के पहले आपको डर रहता था कि कहीं सामनेवाला वक्त न देने से नाराज न हो जाये, गिफ्ट न देने से उदास न हो जाये, ब्रेकअप न कर ले, कोई और पसंद न आ जाये।

लेकिन शादी के बाद आप रिलेक्स हो जाते हैं कि आखिर सामनेवाला नाराज हो भी गया, तो कहां जायेगा। घर पर ही है। आज नहीं तो कल मान ही जायेगा, ये सोचकर आप घर व ऑफिस के कामों में लग जाते हैं।

परिवार की वजह से आपस में मनमुटाव

शादी के बाद कपल को परिवार के साथ रहना होता है। पति को लगता है कि पत्नी घरवालों के हिसाब से रहे। उसके माता-पिता की हर बात माने, उनका आदर करे। कुछ घरों में सास-ससुर का दिल जीतना इतना आसान नहीं होता। वे बहू से ढेर सारी उम्मीदें पालते हैं। टोका-टोकी करते हैं।

पत्नी को ये बदलाव, सभी का व्यवहार अजीब लगने लगता है। उसे लगता है कि पति कम से कम उसका साथ देगा, लेकिन पति जब दूसरे पक्ष को सपोर्ट करता है, उन्हें सही कहता है, तो पत्नी का दिल टूट जाता है। उसका पति के प्रति प्यार-सम्मान कम हो जाता है।

पति का प्रेम भी उस लड़की के प्रति नहीं उमड़ता, जो उसके घरवालों के साथ एडजस्ट नहीं कर पाती। ऐसे में दोनों साथ-साथ तो रहते हैं, लेकिन बातचीत ना के बराबर हो जाती है। प्यार खत्म होने लगता है और महसूस होता है कि शादी तोड़ना ही बेहतर ऑप्शन है।

हम प्यार जताना भूल जाते हैं

पत्नियां अक्सर कहती हैं कि तुम कितने बदल गये हो, पहले की तरह अब प्यार नहीं करते, गिफ्ट्स नहीं लाते। कुछ मामलों में पति भी कहते हैं कि तुम अब एडवेंचरस नहीं रही। बाहर चलने को कहो, तो घर में काम है, यही कहती हो। मुझे टाइम ही नहीं देती। दोनों में होने वाले ये सब बदलाव ही रिश्तों में दूरियां पैदा करते हैं।

वैसे हर शादीशुदा कपल की जिंदगी में ऐसे मोड़ आते हैं जब उन्हें प्यार कम होता नजर आता है, लेकिन सच्चाई यही है कि प्यार कभी कम नहीं होता, बस हम उसे जाहिर करना बंद कर देते हैं। वक्त के साथ-साथ हमारी प्रायोरिटी भी बदलने लगती है।

ऐसा क्या करें कि रिश्ता बेहतर हो जाये?

1. पहले इस बात का पता लगाएं कि कहीं आप दोनों का रिश्ता परिवार के अन्य लोगों की वजह से तो बिगड़ा नहीं है? अगर ऐसा है तो इस पर बैठकर बात करें। पति अपनी पत्नी से पूछें कि वह उनसे क्या उम्मीद करती हैं? पत्नी अपने पति से पूछें कि वह उनसे क्या उम्मीद करते हैं।

गौर करें कि यहां सामनेवाले से उसकी उम्मीदें, इच्छाएं पूछनी हैं। अपनी अकेली की उम्मीदें बताकर बात थोपनी नहीं है। दोनों अपनी-अपनी उम्मीदें, मजबूरियां, क्या परेशानी आ रही हैं… सब कुछ खुल कर शेयर करें। बिना झगड़ा, बहस, आवाज ऊंची करें। शांत मन से। इसके बाद बीच का रास्ता निकालें।

2. पतियों को समझना होगा कि पत्नी अपना मायका छोड़कर उसके लिए आई है। किसी भी मुद्दे को लेकर घरवालों की तरफ हो जाना, उसे अकेला छोड़ देना भी ठीक नहीं है। अगर पत्नी की गलती है, तो भी उसे अलग से प्यार से समझाया जा सकता है। सभी के सामने डांटने की जरूरत नहीं है। घरवाले भी गलत हो सकते हैं, इसलिए परिस्थिति को समझें और जरूरत पड़े तो घरवालों को भी समझाएं।

3. पत्नियों को समझना होगा कि वह पति की जिंदगी में अभी-अभी आयी है, जबकि यह परिवार उसके साथ उसके जन्म से है। पति का दिल जीतना है तो परिवार के साथ एडजस्ट करने की कोशिश करनी ही होगी। पति के दिल का रास्ता सिर्फ पेट से ही होकर नहीं जाता, उसके परिवार से होकर भी जाता है।

4. शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ़ती ही हैं। ऐसे में दोनों को एक-दूसरे की जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्हें बांटना होगा। एक-दूसरे की कामों में मदद करनी होगी। इस तरह काम जल्दी होंगे तो दोनों साथ समय गुजार सकेंगे, घूम-फिर सकेंगे और बातें भी होंगी। पति अगर पत्नी के घर के काम में हाथ बंटायेंगे, बच्चों को संभालेंगे तो पत्नियां खुश होंगी। फिर वे भी पति को खुश करने के तरीके तलाशेंगी। ऐसे ही प्यार बढ़ेगा।

5. शादी के बाद बोरिंग हो चुके रिश्ते में दोबारा रोमांच भरने के लिए दोनों को थोड़ी मेहनत करनी होगी। इसके लिए वह सारे काम दोबारा करें, जो शादी के पहले करते थे। एक-दूसरे की तारीफ करें, रोमांटिक लाइनें बोलें, घूमने जाएं, सरप्राइज गिफ्ट्स दें, परिवार के साथ रहते हुए भी कुछ पल अपने लिए चुराएं। पति किसी दिन जल्दी घर आकर वाइफ को बाहर डिनर पर ले जाएं। पत्नी भी अपने पति को ऑफिस जाकर सरप्राइज दें। कमरे को रोमांटिक तरीके से सजाकर उन्हें खुश करे। दोनों साल में एक बार कुछ दिनों के लिए बाहर घूमने जाएं ताकि रिश्तों में लगी जंग उतर जाये।