क्या है मीम ?

क्या है मीम ?

मीम देखकर हँसी आती है

किसी से भी पूछ लीजिए कि वह मीम क्यों देखता है, उसका जवाब होगा- मीम देखकर हँसी आती है। मीम का काम उतना ही है कि आपके चेहरे पर क्षणिक हँसी ले आना। हो सकता है आप उन्हें देखकर हँसते-हँसते लोट-पोट भी हो जाएँ लेकिन उनसे और अधिक की उम्मीद न कीजिएगा क्योंकि उनका उद्देश्य उतना भर ही है कि थोड़ा-सा हँस लिया जाए। मीम्स आपके आसपास के विरोधाभासों को आपके सामने लाकर इस तरह खड़ा कर देते हैं कि खीज पैदा न होकर आप उन पर हँस पड़ते हैं

कंटेंट कैसे-कैसे

सोशल मीडिया में पिछले साल ‘जेसीबी की खुदाई’ और ‘बिनोद’ के मीम काफी वायरल हुए थे, इस साल की शुरुआत चीखने वाले पास्ता से हुई है। चीखते हुए पास्ता का मीम वैसे तो 28 दिसंबर 2020 में ट्विटर पर एक यूज़र ने शेयर किया था, जिसमें फोटो में पास्ता एक चम्मच पर चिल्लाता दिख रहा था। इस फोटो के साथ यूज़र ने लिखा था कि ‘यह पास्ता बिना किसी कारण चिल्लाने लगा है, अब मुझे क्या करना चाहिए’? इसके साथ उसने तीन और चिल्लाते हुए पास्ताओं की तस्वीर शेयर की थी।

दिसंबर बीतने में दो-तीन दिन ही बचे थे और साल बीतने में भी, इसलिए इस तरह इस साल की शुरुआत उसी मीम से हुई। ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर टीम इंडिया ने इतिहास रचा तो उस पर बने मीम्स भी शेयर होने लगे, जिन्हें देख अनायास हँसी आ जाए। एक यूज़र ने स्पाइडर मैन की फ़ोटो पर ऋषभ पंत का चेहरा लगाकर लिखा स्पाइडर पंत।

इस तरह सोशल मीडिया पर अक्सर मीम्स वाइरल होते हैं। कभी नेताओं पर मीम्स के ज़रिए लोग चुटकी लेते हैं तो कभी किसी अभिनेता या सेलिब्रिटी पर। राजनेताओं के भाषणों को मीमर्स सबसे ज्यादा ध्यान से सुनते हैं क्योंकि उन्हें पूरा यकीन होता है कि वे कुछ न कुछ कंटेंट तो ज़रूर देंगे ही।

दीपिका पादुकोण को एक बार मीमर्स ने काजू कतली बना दिया था तो इस दिवाली पर दीपिका ने गाजरी रंग का सूट पहना था और रणवीर सिंह ने पीले रंग का कुर्ता तो मीमर्स ने दीपिका को गाजर का हलवा और रणवीर को मोतीचूर का लड्डू कह दिया। दीपिका ने इंस्टा स्टोरी पर वह फ़ोटो शेयर करते हुए कहा- बिल्कुल।

मीमर्स मतलब कौन?

मीमर्स वे होते हैं, जो अपनी क्रिएटिविटी दिखाते हुए अजीब-अजीब मीम्स बनाते हैं। सुबह उठने के साथ ही वे अपने आसपास की हर घटना, हर खबर पर नज़र रखते हैं कि उसमें क्या विसंगति नज़र आती है? उनकी पैनी निगाह से कुछ नहीं छूटता है और जैसे ही उन्हें कुछ फ़नी नज़र आता है, वे उसका मीम बना देते हैं। मीम बनाने के बाद वे उसे अपने पेज पर शेयर करते हैं। इंटरनेट पर कुछ मीमर्स पेजेज़ और ग्रुप्स भी हैं, जिनमें ये इन मीम्स को पोस्ट करते हैं।

यदि किसी सेलिब्रिटी या स्टार को लेकर मीम बनाया गया है तो वे उन्हें टैग भी कर देते हैं। यदि सेलिब्रिटी को पसंद आया तो वे उसे अपने पेज पर ले लेते हैं और वायरल हो जाता है। मीमर्स इस बात का कैलकुलेशन भी लगाते हैं कि किस समय पोस्ट करने पर ज़्यादा लोग देखते हैं और वे उस समय अधिकतम मीम्स डाल देते हैं।

जब सोशल मीडिया पर अपने पार्टनर के साथ फोटो डालने का कपल चैलेंज चल पड़ा था, तो मीमर्स ने अनोखा रास्ता खोजते हुए इसी चैलेंज पर मीम बना डाला। कुछ मीमर्स ने इस पर जोक बना दिए तो कुछ ने अलग ही कपल बना दिए जैसे चाय और बिस्कुट या मास्क और इंसान।

मीमर्स इस काम में 24 घंटे लगा देते हैं, भले ही इससे उन्हें कोई आमदनी न होती हो पर उन्हें क्रिएटिवी का आनंद मिलता है। उनके मीम्स जब हिट होते हैं तो वे उससे ही खुश हो जाते हैं।

क्या है मीम?

इसका अर्थ ढूँढने पर पता चलता है कि 'मीम' शब्द प्राचीन यूनानी शब्द 'मीमेमा' का संक्षिप्त रूप है जिसका हिन्दी में अर्थ होता है नकल करना या नकल उतारना। 'मीम' का पहली बार प्रयोग करने का श्रेय ब्रिटिश विकासवादी जीवविज्ञानी 'रिचर्ड डॉकिंस' को जाता है जिन्होंने वर्ष 1976 में अपनी बुक 'द सेल्फिश जीन' में इसका उपयोग किया था।

लेकिन वर्तमान समय में मीम सोशल मीडिया पर किसी भी तस्वीर या लेख को व्यंग्यात्मक तरीके से पेश करने का तरीका बन गया है। मीम अपनी भिन्नता की वजह से फैलते हैं और तेजी से वायरल होते हैं क्योंकि वे कम समय में अधिक जानकारी दे देते है। मीम के अध्ययन क्षेत्र को मीमेटिक्स कहा जाता है, जिसकी शुरुआत 1990 के दशक में हुई थी।