पूरी दुनिया में शक्तिशाली पासपोर्ट एशिया के

पूरी दुनिया में शक्तिशाली पासपोर्ट एशिया के

क्या कह रहे हैं अमेरिका की तूती बोलती है, लेकिन पासपोर्ट के मामले में आप कह सकते हैं कि एशिया की तूती बोलती है। विश्व के 227 देशों में से अमेरिका के पासपोर्ट पर 186 देशों के वीज़ा फ़्री का ठप्पा लगता है तो जापान का पासपोर्ट होने पर 193 देशों का वीज़ा फ्री मिलने की मुहर लग जाती है

इस पायदान पर जापान बीते पाँच सालों से लगातार पहले क्रम पर है। साउथ कोरिया और सिंगापुर का पासपोर्ट होने पर आप 192 देशों के लिए वीज़ा फ़्री यात्राएँ कर सकते हैं। तीसरे स्थान पर जर्मनी और स्पेन हैं, जिनके पासपोर्ट से 190 देशों का वीज़ा फ़्री हो जाता है।

हेनले पासपोर्ट सूचकांक के सन् 2023 के आँकड़े इस रिपोर्ट को लेकर आए हैं। इसकी श्रेणी में वे देश वरीयता पाते हैं जिनके पासपोर्टधारक जितने अधिकतम देशों में वीज़ा फ़्री पा सकते हैं। संबंधित देश का पहले से वीज़ा न भी लिया हो तो यदि उनके पास किसी ख़ास देश का पासपोर्ट है तो उन्हें वहाँ जाने से कोई नहीं रोक सकता।

यूएस (युनाइटेड स्टेट्स) का स्थान इस मामले में सातवाँ आता है तो यूके (युनाइटेड किंगडम) का छठा। इन दोनों ने संयुक्त रूप से सन् 2014 में पहला स्थान पाया था, लेकिन यह तब की बात थी, उसके बाद उन्हें फिर कभी यह स्थान नहीं मिला। यूके ने यूरोपियन संघ से सन् 2016 में अलविदा भी कह दिया था, इससे भी उसके स्थान में फ़र्क आया।

पिछले साल यानी सन् 2022 के हेनले पासपोर्ट सूचकांक के अनुसार भारत के लोग 60 देशों में वीज़ा मुक्त भ्रमण कर सकते थे, जबकि सन् 2021 में भारत का स्थान 90वाँ था, जो सन् 2022 में 87वें स्थान पर पहुँचा था। अब यानी सन् 2023 में भारत 85वें स्थान पर है। भारत के लोग अब 59 देशों की यात्राएँ कर सकते हैं, तब भी जब उसका स्थान 87वाँ था। मॉरीशस और उज़्बेकिस्तान के पासपोर्ट भी भारत जितने ही शक्तिशाली हैं।

भारत के पड़ोसी देशों में भूटान 90वें स्थान पर, चीन 66वें स्थान पर, श्रीलंका 100वें स्थान पर, बांग्लादेश 101वें स्थान पर है। पाकिस्तान दुनिया का चौथा सबसे खराब पासपोर्ट वाला देश है, जो इस पायदान पर 106 वें क्रम पर है, जबकि उससे अच्छी स्थिति नेपाल की है जो 103वें स्थान पर है। यमन 105वें और म्यांमार 96वें स्थान पर है।

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स को एचपीआई-HPI के नाम से भी जाना जाता है। सन् 2006 से हेनले ऐंड पार्टनर्स वीज़ा प्रतिबंध सूचकांक (एचवीआरआई-HVRI) के रूप में इसे शुरू किया गया था। जनवरी 2018 में इसे एचपीआई-HPI का संशोधित नाम दिया गया।

किसी पासपोर्ट से जितने देशों तक पहुँचा सकता है, वह उसका वीज़ा मुक्त स्कोर बनाता है। इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईटीए-ITA) के सहयोग से उनके वैश्विक डेटाबेस के आधिकारिक आँकड़ों के आधार पर हेनले एंड पार्टनर्स ने दुनिया के अधिकांश देशों और क्षेत्रों के वीज़ा नियमों का विश्लेषण किया।