सास के खराब व्यवहार को ऐसे करें हैंडल

सास के खराब व्यवहार को ऐसे करें हैंडल

टीवी सीरियल्स में कभी-कभी सास को इतना अच्छा बताया जाता है कि शहद भी उसके सामने फीका पड़ जाये। वहीं कभी-कभी इतना ज्यादा बुरा और साजिश करने वाला बताया जाता है कि शैतान भी उनके सामने पानी भरे। हालांकि असल जिंदगी में कुछ और ही होता है।

वैसे कुछ लड़कियों की किस्मत अच्छी होती है, तो उन्हें सच में बहुत अच्छे स्वभाव वाली सास मिल जाती है, जो उन्हें बेटी की तरह रखती है। लेकिन अफसोस कि सभी लड़कियों की किस्मत ऐसी नहीं होती।

आज भी ऐसे परिवार मौजूद हैं, जहां बहू को बेटी की तरह नहीं, बल्कि घर की नौकरानी की तरह रखा जाता है। काम-काज, रहन-सहन, कर्तव्यों और आजादी को लेकर बहू और बेटी में फर्क किया जाता है। बात-बात पर बहू को ताना मारा जाता है। ये ज्यादातर उन घरों में होता है, जहां बेटे ने लव मैरिज की हो और सास को बहू पसंद न आयी हो या जहां मायके से बहू ने ज्यादा सामान न लाया हो या जहां बहू दिखने में उनके मत-मुताबिक न हो, कामकाज में उनकी उम्मीदों पर खरी न उतरी हो या उन्हें पोते-पोतियों के दर्शन न करा पा रही हो। वजह कोई भी हो, लेकिन वह व्यवहार ऐसा करती हैं कि बहू का जीना दुभर हो जाता है। अगर आप भी ऐसी परिस्थितियों से गुजर रही हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं कि इन परिस्थितियों को कैसे ठीक करें।

1. खुद के लिए आवाज उठाएं

कई घरों में बेटियों को सिखाया जाता है कि सास कुछ भी बोले, कैसा भी व्यवहार करें, सहन कर लो। बड़े-बुजुर्ग हैं, उनकी बातों का बुरा मत मानो। कुछ घरों में ये सीख चल जाती है, क्योंकि सास कभी-कभार ही ताना मारती है। लेकिन कई घरों में ये सीख गलत साबित होती है। बहू मायके वालों की सीख की वजह से चुपचाप सब सहन करती जाती है और सास की हिम्मत, तानें बढ़ते चले जाते हैं। वह बहू के साथ गलत व्यवहार करती जाती है, उसकी जिंदगी के फैसले खुद लेने लगती है? बहू नौकरी करेगी कि नहीं, मायके जायेगी कि नहीं? बच्चा कब करेगी? ऐसे फैसलों पर अपना दबाव डालती है, ये सोचकर कि आखिर ये क्या कर लेगी? इसको कौन बचायेगा? गाय है ये तो? हमारी बात माननी ही पड़ेगी।

ऐसी परिस्थिति में जरूरी हो जाता है कि आप अपने लिए खड़़ी हों। आप अपनी बात साफ शब्दों में शांत तरीके से उन्हें कहें। उन्हें बताएं कि आप उनकी इस बात से सहमत नहीं हैं और ये आपकी जिंदगी है, इसका फैसला आप लेंगी। आपके ऐसे स्टैंड लेने से उन्हें भी समझ आयेगा कि आपको हर बार दबाया नहीं जा सकता और आप आवाज उठाना जानती हैं, सिर्फ रिश्तों का मान रखकर कई बार चुप रहती हैं। हो सकता है कि इस तरह वे थोड़ी सुधर जाएं।

2. जताएं कि आपको उनके बुराई करने से फर्क नहीं पड़ता

कई घरों में देखा गया है कि बाहर वालों के सामने सास अपनी बहू की बहुत बुराई करती है। आस-पड़ोस वाले हों, दोस्त हो या रिश्तेदार, सभी के सामने बहू को भला-बुरा कहती हैं। उन्हें पता होता है कि ऐसा करने से बहू को बुरा लगेगा, उसे तकलीफ होगी। इसलिए ऐसी परिस्थिति में आवाज उठाने की बजाय खुद को कूल दिखाएं। सास जिन लोगों से आपकी बुराई कर रही है और जो उनकी बातों पर हामी भरते भी दिख रहे हैं, उन लोगों से दूरी बना लें। अगर वे मेहमान के तौर पर घर में आये हैं, तो उनसे ना के बराबर बातचीत करें। उनके सामने न जाएं। वे लोग जहां बैठकर बुराई कर रहे हैं, वहां न रूके, बल्कि अपने काम में लग जाएं। गाने सुनें, टीवी देखें, खुद को बिजी दिखाएं। जब सास देखेगी कि आप पर उनकी बातों का असर नहीं हो रहा, तो वे भी बोल-बोल कर थक जायेंगी।

3. पति के साथ संबंध खराब न हो

कई बार ऐसा होता है कि सास अपने बेटे के सामने बहू से बहुत अच्छा व्यवहार करती है, लेकिन उसके न होने पर तेवर ही बदल जाते हैं। सास ऐसे दिखाती है कि वही सारे काम कर रही है और बहू आराम करती है। कई बार वे गलती न होने पर भी बेटे के कान भरती हैं। ऐसा होने पर पति से जरूर बात करें। उन्हें परिस्थिति को समझाएं। जब सास ऐसा कुछ करे तो सबूत जुटाएं ताकि पति को आपकी बात का यकीन हो। अगर फिर भी पति मां का पक्ष लें, यह कहकर कि वे बुजुर्ग हैं तो फिर ऐसी परिस्थितियों को अपने हिसाब से हैंडल करें। पति को कहें कि अब आप अपने मुताबिक परिस्थिति संभालेंगी। ये सारी बातें शांत तरीके से करें। पति से झगड़ा न करें। उनसे रिश्ता खराब न करें। वरना मामला सुलझने की बजाय और बिगड़ जायेगा। आपकी शादीशुदा जिंदगी खतरे में पड़ जायेगी।

इस बात को समझें कि वे उनकी मां हैं। पति का ऐसी बातों पर यकीन करना आसान नहीं है कि मां ऐसा व्यवहार भी कर सकती है। उन्हें समय दें। अगर वे आपको सच में प्यार करते हैं और सही-गलत समझते हैं तो आपका साथ देंगे और मां को प्यार से समझायेंगे।

4. कुछ बातों को हंसी में टाल देना ही बेहतर

कई बार सास आपको जान-बुझकर दुख पहुंचाने के लिए ऐसी बातें बोल देती है जो उन्हें नहीं बोलनी चाहिए। वह आपके साथ ऐसा व्यवहार करती है कि आपको तकलीफ पहुंचे। ऐसी परिस्थिति में आप उनकी चाहत को पूरी न होने दें। आप दुखी होंगी, रोएंगी तो वे सफल कहलायेंगी। इसलिए कुछ बातों को तो हंसी में उड़ा दें। बातों को घुमाकर उन्हीं पर डाल दें। किसी खास परिस्थिति या मौके पर कहे उनके डायलॉग को याद रखें और वैसी परिस्थिति आने पर आप वही लाइन हंसते-हंसते दोहराएं। इस तरह माहौल भी नहीं बिगड़ेगा और आप अपनी बात भी कर देंगी। जब आप ऐसे खुश रहेंगी और उनकी बातों को दिल से लगाकर नहीं रोयेंगी तो वे भी बोलना बंद कर देंगी।

5. बातचीत करें, हो सकती है गलतफहमी

कई बार घर में बहू के साथ गलत व्यवहार किया जाता है। घर के सभी सदस्यों को अलग और उसे अलग तरह से ट्रिट किया जाता है। सभी को तोहफे दिये जाते हैं, लेकिन उसे नहीं। खाने के लिए कोई चीज आती है और उसे नहीं दी जाती। उसकी पीठ पीछे बुराई की जाती है। मायके वालों के बारे में भला-बुरा कहा जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ होता है तो बेहतर है कि सास को बता दें कि उनकी कौन-सी बात आपको बिल्कुल पसंद नहीं आयी है। हो सकता है कि कुछ बातें आपकी गलतफहमी हो और कुछ उनकी गलतफहमी हो इसलिए उन्होंने ऐसा व्यवहार किया हो। जब आप दोनों साफ-साफ बात करेंगे तो आगे से ऐसा नहीं होगा।

कई बार हमें गलतफहमी के चलते कोई बात बुरी लगती है और हम उसे मन में ही रखकर दुश्मनी पाल लेते हैं। इसलिए जो बात बुरी लगे, तुरंत बता दें। हो सकता है कि वे तभी मामला साफ कर दें। बातचीत बंद करने से मामला और बिगड़ जाता है, रिश्तों में गांठ पड़ जाती है।

6. बाहरवालों के सामने दिखें हैप्पी फैमिली

घर में रिश्ते कितने ही खराब हो, लेकिन बाहरवालों के सामने सामान्य व्यवहार ही करें। किसी की शादी में, बर्थडे में, कथा में… आदि मौकों पर अगर आप मुंह फुलाकर जायेंगी तो लोग और बातें बनायेंगे। कुरेद-कुरेद के पूछेंगे, आग में घी डालेंगे। इसलिए बाहरवालों के सामने कभी भी सास की बुराई न करें। वे भले ही आपकी बुराई करें, लेकिन आप न करें। इससे आपकी छवि अच्छी बनेगी। सास को भी लगेगा कि आपने सभी के सामने उनकी इज्जत रखी। हो सकता है कि वे सुधर जाएं।