आपसी रिश्तों की मधुरता के लिए जरूरी है ‘वी टाइम’

आपसी रिश्तों की मधुरता के लिए जरूरी है ‘वी टाइम’

पिछले कुछ सालों में महिलाओं पर खुद पर ध्यान देने के लिए जोर दिया। महिला चाहे होममेकर हो या कामकाजी वह अपने मी टाइम की अहमियत समझने को तैयार है। 'मी टाइम' के साथ अब जरूरत है "वी टाइम" की भी। वी टाइम पति- पत्नी का एक समय है। यह दोनों के बीच की बॉन्डिंग के लिए बेहद आवश्यक है।

सुबह जब अलार्म के साथ आंख खुलती है तो लगता है समय ने अपने पीछे भगाना शुरू कर दिया। सुबह से लेकर रात कब होती है जैसे पता ही नहीं चलता। समय जैसे भाग रहा है और समय के पीछे हम। हां, इन सभी के बीच में अगर कुछ छूट रहा है तो वह है पति-पत्नी को एक दूसरे को देने वाला समय...।

रोमांस तो बस किताबों में होता है.....

अक्सर महिलाएं कहती नजर आती हैं रोमांस तो बस किताबों में होता है। नहीं रोमांस किताबों में नहीं असली जिंदगी में भी होता है। बस कुछ सूझ-बूझ का इस्तेमाल करें तो अपने रिश्ते में चाशनी को आप फिर से ला सकती हैं। देर किस बात की... उड़ा दें अपने रिश्ते पर से बोझिलता भरी एक धूल। शंखनाद करें उन छोटी खुशियों को जिनका आपको है इंतजार।

तारीफ करें उनकी भी

वे तारीफ नहीं करते इसकी शिकायत आप अपनी सहेलियों से कर ही देती हैं। लेकिन याद करें कब आपने उनके लुक की तारीफ की थी। माना कि शादी को दस-पंद्रह साल हो गए और पति के मूछों में अब चांदी के तार भी आ गए हैं। उनसे कह दें कि कि ये सॉल्ट एंड पेपर लुक उन पर बहुत फबता है। कह दें कि आज भी वो अपनी नीली कमीज में उतने ही हैंडसम लगते हैं, जितने पहले लगते थे।

बताइए कि समझ रही हैं आप

बहुत बार ऐसा होता है जब हम काम के सिलसिले में उलझे होते हैं। यह बात कामकाजी महिलाएं अब भली-भांति समझ पा रही हैं। अगर वे ऑफिस से देर आ रहे हैं, या वर्क फ्रॉम के दौरान लैपटॉप से अपनी निगाहें नहीं हटा पा रहे तो आप एक बार उनकी जगह खुद को रखकर सोचें।

समय की शिकायत करती हैं आप, सिर्फ एक बार सोचिए कि समय को लेकर जद्दोजहद तो उनकी भी कम नहीं। उनसे कहें कि आप समझती हैं उनकी मजबूरी को। एक-दूसरे के लिए इस समझ का होना ही तो जरूरी है। अपनी परेशानियों से ऊपर उठकर उनके बारे में भी सोचें। यह बात हर साथी को अपने साथी के लिए सोचनी चाहिए।

वॉट्सऐप मैसज

हमेशा काम की ही बात क्यों करनी है। कभी कुछ रोमांटिक सा मैसेज उन्हें भेज दें। उनसे कह दें कि आज वे जल्दी आ जाएं। उनके पसंद का ड्रेस पहनें। एक मुस्कुराहट के साथ उनका स्वागत करें। मम्मी-पापा बन गए तो क्या हुआ। एक दूसरे के पति-पत्नी तो आप पहले हैं।

उनसे कहें आप

रोज खाना बनाते-बनाते बोर होना एक नेचुरल फीलिंग है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो इसका इजहार करें। जेब इजाजत दे तो खाना बाहर से मंगवाएं। बिना झुंझलाए प्यार से आप अपनी बात कहेंगी तो वे मान जाएंगें। इन बातों को आजमाएं आप खुद अपने रिश्ते में फर्क को महसूस करेंगी। याद रखें कि वे आपके नायक हैं और आप उनकी जिंदगी की नायिका।
--