दिनभर लगती है थकावट, तो इसे गंभीरता से लें

दिनभर लगती है थकावट, तो इसे गंभीरता से लें

कई लोगों को आपने देखा होगा जो ढेर सारा काम करने के बाद कहते हैं ‘मैं तो थक गया... या मैं तो थक गयी...।’ ये बिल्कुल नॉर्मल बात है, क्योंकि उन्होंने काम किया है, लेकिन ऐसे भी लोग होते हैं, जो कोई काम नहीं करते या बहुत कम काम करते हैं, लेकिन हमेशा ही थकने की बात करते हैं। हम सभी मजाक में ऐसे लोगों को कहते हैं कि तुम कामचोर हो… काम न करने का बहाना बना रहे हो… इतना-सा काम करके थक गये… थोड़ा आलस कम करो… दिनभर बिस्तर पर पड़े रहते हो… वगैरह… वगैरह…

लेकिन सच तो यह है कि बिना किसी मेहनत के थकावट महसूस करना नॉर्मल नहीं है। यह कोई गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि थकान होने के सभी कारणों और लक्षणों पर गौर करें और डॉक्टर को दिखाकर इसका इलाज करवाएं।

हमेशा थकान रहने से खुश भी नहीं रह पाते

जो लोग हमेशा ही थका हुआ महसूस करते हैं, उनमें किसी भी काम को करने की एनर्जी ही नहीं होती। इस वजह से वे जिंदगी में खुश भी नहीं रह पाते। वे कहीं घूमने-फिरने नहीं जा पाते। उत्साह के साथ कोई काम नहीं कर पाते। हमेशा बीमार-बीमार सा महसूस करते हैं। ऐसे में लोग भी उनसे दूर हो जाते हैं।

वैसे थकान कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारणों से होती है। विशेषज्ञों की मानें तो थकान की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है। कई महिलाएं घर वालों की देखभाल में इतनी बिजी हो जाती हैं कि अपने खाने-पीने पर ध्यान नहीं देती। बांसी खाना खा लेती हैं। इसके अलावा दिनभर बिना ब्रेक के काम करती रहती हैं, जिसके कारण थकावट होने लगती है। कई बार लंबे समय तक ऐसी थकावट बने रहने से चक्कर खाकर गिर जाती हैं। तब गंभीरता समझ आती है।

थकान होने के लक्षण

अगर आपको लगता है कि आपके शरीर में ऊर्जा की कमी है? हमेशा ही किसी भी काम को करने में आलस आता है। कोई उत्साह महसूस नहीं होता। इसके साथ ही नींद भी कम आती है। बस बिस्तर पर पड़े रहने का मन करता है। पढ़ाई में फोकस नहीं कर पाते। डिप्रेस फील होता है… तो आपको थकावट की समस्या है।

बच्चे जब नजर आये थके-थके

पढ़ाई का प्रेशर कई बच्चे झेल नहीं पाते। उन्हें चिंता की वजह से नींद नहीं आती, जिसके कारण भी थकावट होती है। कई बच्चे रात-रात भर मोबाइल व लैपटॉप में लगे रहते हैं, जिसका असर आंखों पर पड़ता है। नींद कम होती है और दूसरे दिन थकान महसूस होती है। इसलिए उन्हें रात के वक्त इन चीजों से दूर रखें।

जब बच्चे हद से ज्यादा दिमागी काम करते हैं या खेलते-कूदते हैं, तो थकान होती है। उन्हें ब्रेक लेने को कहें। उनमें थकान की वजह पौषक तत्वों की कमी भी हो सकती है, इसलिए उनके खानपान पर विशेष ध्यान दें। फास्ट फूड से उन्हें जितना हो सके, दूर रखें। फल व हरी सब्जियां जरूर खिलाएं।

ये हो सकते हैं थकान के कारण

  • विटामिंस और मिनरल्स की कमी
  • जब किसी के शरीर का वजन सामान्य से अधिक या सामान्य से कम होता है, तो थकावट महसूस होती है।
  • थायरॉयड ग्रंथि जब ठीक तरह से काम नहीं करती तो भी थकावट होती है।
  • हृदय रोग, मानसिक तनाव, चिंता, अनिद्रा, अवसाद के कारण भी थकावट होती है।
  • बहुत ज्यादा कैफीन या अल्कोहल लेने से नींद की कमी होती है, जिससे थकान होती है।
  • पेट और छाती का संक्रमण भी हो सकता है।
  • पावरफुल पेनकिलर को लेने से भी थकान होती है।
  • डायबिटीज के मरीजों में शुगर लेवल अत्यधिक बढ़ने से थकान होती है।
  • दवाइयों के साइड इफेक्ट विशेषकर माइग्रेन और हाई ब्लड प्रेशर को रोकने वाली दवाइयों में मौजूद रसायनों से थकावट होती है।
  • डायरिया, एनीमिया और वायरल फीवर
  • अत्यधिक मानसिक या शारीरिक श्रम करना।
  • गर्भावस्था

थकावट को कम करने के उपाय

  • रोजाना एक्सरसाइज करें। एक सप्ताह में कम से कम ढाई घंटे एक्सरसाइज करना स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है।
  • ध्यान, योगा और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज से शांत रहने की कोशिश करें।
  • हेल्दी डाइट लें, जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, मिनरल और विटामिन संतुलित मात्रा में हो।
  • अपने खाने में ढेर सारे फल और सब्जियों को शामिल करें
  • अपने सोने और उठने का समय तय करें। सोने के वक्त मोबाइल न देखें, इससे नींद नहीं आती और बाद में नींद कम होने से थकावट महसूस होती है।
  • हद से ज्यादा चाय, कॉफी बंद करें। कोल्ड ड्रिंक्स भी कम लें
  • हर तीन से चार घंटे में कुछ खाएं। इससे एनर्जी बनी रहेगी।
  • अपना वजन संतुलित रखने की कोशिश करें। सामान्य से अधिक वजन से आपके दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है और आप जल्दी थक जाते हैं।
  • तनाव आपकी बहुत सारी ऊर्जा को नष्ट करता है। रिलैक्स रहने से आपकी ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है।
  • शराब का सेवन ना करें।
  • दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीएं। इससे ज्यादा पीएं तो बहुत अच्छी बात है।
  • नाश्ता आपको पूरे दिन सक्रिय बने रहने के लिए ऊर्जा देता है। ऐसा नाश्ता करें, जिसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक और शुगर, फैट की मात्रा कम हो।

इन बातों का रखें ध्यान

कुछ लोग थकान होने पर एनर्जी ड्रिंक लेते हैं, लेकिन एनर्जी ड्रिंक शुगर और कैफीन से भरपूर होते हैं, इसलिए ये आपको कुछ समय तक तो एनर्जी देते हैं, लेकिन यह कई समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। जैसे- ज्यादा कैफीन के सेवन से ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है और शुगर वजन बढ़ाने का काम करती है। इसलिए इन्हें न लें। इसके अलावा आयरन की दवाई, मल्टी विटामिन की गोलियां भी बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। अपने भोजन में फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ा दें। इन सब उपायों से भी थकान कम न हो तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।