टैटू बनवाने से पहले ये 6 बातें ध्यान में रखें

टैटू बनवाने से पहले ये 6 बातें ध्यान में रखें

अब हर कोई बन रहा टैटू का दिवाना

बीते कुछ सालों से टैटू बनाने का क्रेज युवाओं में तेजी से बढ़ा है। कुछ युवा टैटू का इस्तेमाल अपनी सोच, जीने का अंदाज बताने के लिए कर रहे हैं, तो कुछ इसे फैशन व स्टेटस सिंबल की तरह आजमा रहे हैं। कोई गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड का नाम लिखवा रहा है, तो कोई अपना टैटू ममा-पापा को डैडिकेट कर रहा है। कुछ भगवान के भक्त भी हैं, जो शिवजी, दुर्गा मां के टैटू बनवा रहे हैं। कुछ युवा इंग्लिश में कोट्स लिखवा रहे हैं तो कुछ श्लोक। कहने का मतलब ये है कि हर तरह टैटू ही टैटू छाये हुए हैं।

अगर आप भी टैटू बनवाने की सोच रहे हैं, तो इस लेख को जरूर पढ़ें।

1. सोचें, टैटू में आखिर बनवाना क्या है?

टैटू बनवाने के पहले यह तय कर लें कि इसे किस जगह पर बनवाना है, क्या बनवाना है और इसे बनाने का मकसद क्या है? ऐसा न हो कि दोस्तों की देखा-देखी जोश में आकर कुछ भी लिखवा लिया। बॉयफ्रेंड को अपना प्यार साबित करना है, इसलिए उसका नाम हाथों पर लिखवा लिया। ऐसी कोई डिजाइन सिलेक्ट कर ली, जिसे घरवालों को दिखाने में शर्म आये। टैटू ऐसी जगह बनवा लिया, जहां बाद में परेशानी हो। इन सब पहलुओं पर सोच कर ही तय करें कि क्या बनवाना है और कहां बनवाना है।

ये बात हमेशा याद रखें कि प्यार जताने के लिए टैटू बनवाने की जरूरत नहीं होती। कभी किसी कारणवश आपकी शादी उस व्यक्ति से नहीं हो सकी या उसने धोखा दे दिया तो ये टैटू आपके लिए मुसीबत बन जायेगा। बेहतर है कि किसी का नाम लिखा टैटू बनवाएं ही नहीं।

2. टैटू तभी बनवाएं, जब हटाने की नौबत न आये

टैटू बनाने के पहले ये अच्छी तरह जान लें कि एक बार टैटू बन जाये, तो इसे निकालना आसान नहीं होता। जितना दर्द टैटू बनवाने में होता है, उससे कहीं ज्यादा दर्द टैटू निकालने में होता है और यह काफी खर्चीला काम है । टैटू को निकालने के दो ही तरीके हैं। पहला तरीका है लेजर की मदद से टैटू धीरे-धीरे हल्का करना। इसमें कुछ 15-16 महीने लगते हैं। कुछ-कुछ हफ्तों के अंतर में पांच-छह बार डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। हर बार टैटू थोड़ा हल्का होता जाता है। फेड होने लगता है। हालांकि इसमें भी टैटू पूरी तरह गायब नहीं दिखता। उस जगह की स्किन पहले जैसी कभी नहीं दिखती।

दूसरा तरीका है स्किन ग्राफ्टिंग। इसमें टैटू वाली जगह से स्किन को काट कर निकाला जाता है और शरीर के किसी अन्य हिस्से जैसे जांघों से स्किन को निकालकर टैटू वाली जगह पर चिपकाया जाता है। इस तरह यह एक छोटा-सा ऑपरेशन होता है, जो एनिस्थिशियां की मदद से आपको बेहोश करके किया जाता है। इसमें आपकी शरीर में दो जगह दाग हो जाते हैं। एक जांघों पर और दूसरा जहां टैटू था। टैटू तो निकल जाता है, लेकिन वहां की स्किन भी पहले जैसी नहीं रहती। दोनों जगह ऑपरेशन का घाव भरने में भी वक्त लगता है।

इसलिए टैटू बनाने के पहले 100 बार सोच लें। इसे तभी बनाएं, जब बाद में निकालने की नौबत न आये।

3. साइज व डिजाइन पर डिपेंड है चार्जेस

टैटू के साइज, उसके डिजाइन, उसे बनाने में लगने वाला वक्त आदि बातों पर निर्भर करता है कि टैटू बनवाने में कितने रुपये लगेंगे। मिनिमम 1000 रुपये टैटू बनवाने में लगते ही हैं। इसमें आप कोई फूल, तितली, चांद-सितारे, किसी का नाम आदि लिखवा सकते हैं। टैटू का डिजाइन जितना कठिन होता जायेगा, रुपये बढ़ते जायेंगे।

4. टैटू आर्टिस्ट को पहले जान लें

टैटू बनाना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए सधे हुए हाथों की जरूरत होती है। बेहतर है कि टैटू बनाने से पहले रिसर्च कर लें कि जिससे बनवा रहे हैं वह आर्टिस्ट कैसा है? उसके काम को देख लें। लोगों से रिव्यू ले लें कि कैसे टैटू बनाता है? कई बार टैटू कंप्यूटर से प्रिंट आउट निकालने में तो अच्छा दिखता है, लेकिन टैटू आर्टिस्ट के हाथ सधे न होने के कारण वह स्किन में उस चीज की इमेज इतनी खराब बना देते हैं कि आपके पास रोने के अलावा कोई चारा नहीं होता। फिर ऐसा भद्दा टैटू आप निकलवा भी नहीं सकते।

इसके साथ ही ध्यान दें कि कई टैटू आर्टिस्ट सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखते। टैटू आर्टिस्ट को हर बार नई सुई इस्तेमाल करनी होती है, लेकिन कुछ ऐसा नहीं करते, जिससे इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए चेक करें कि आर्टिस्ट ने सुई बदली है या नहीं। ग्लव्ज पहने हैं या नहीं।

5. टैटू से दिक्कत हो सकती है जॉब मिलने में

ऐसा देखा गया है कि टैटू बनवाए हुए व्यक्ति को जॉब मिलने में भी दिक्कत होती है। इसकी वजह लोगों की नकारात्मक सोच है। कई लोगों का मानना है कि टैटू बनवाना बचकानी हरकत है। ऐसे लोग काम के प्रति सीरियस नहीं होते। कई कंपनियां ऐसे लोगों को हायर नहीं करती, जिनके टैटू दिखाई देते हो। इंडियन आर्म्ड फोर्सेज में भी टैटू बनवाये हुए व्यक्ति को नहीं रखा जाता। यहां तक कि टैटू बनवाने वाले व्यक्ति को लोग कम बुद्धि वाला, घुमक्कड़, लापरवाह, अनप्रोफेशनल आदि समझते हैं। वैसे फिर भी अगर आप टैटू बनवाना चाहते हैं, जो नौकरीपेशा लोगों के लिए हाथ के ऊपर हिस्से में, कंधों पर या पीठ पर टैटू बनवाना ठीक है, क्योंकि ये हिस्से कपड़ों से कवर हो जाते हैं।

6. कम उम्र का डिसीजन बड़े होने पर लगता है बचकाना

कई लोग कम उम्र होने के कारण जोश में आकर, दोस्तों को देख कर टैटू बनवा लेते हैं। शान से उसे दिखाते हैं। लेकिन जब धीरे-धीरे उम्र बढ़ती है तो बाद में लगता है कि ये सब फिजूल में बनावाया। कई बार आप जिस प्रोफेशन में होता है, उससे वह टैटू मेल नहीं खाता। तब अपने निर्णय पर पछतावा होता है। यह भी सत्य है कि जितने लोग टैटू बनवाते हैं, लगभग उतने ही उसे बाद में हटवाते भी हैं। इसलिए टैटू बनवाने से पहले उसके अच्छे-बुरे सारे पहलुओं पर सोचना जरूरी है, क्योंकि इस फैसले के साथ उम्रभर जीना होता है

टैटू के कुछ पॉपुलर स्टाइल्स

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