सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग के लिए 7 टिप्स

सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग के लिए 7 टिप्स

ऑनलाइन शॉपिंग में बरतें सावधानी

कोरोना की वजह से लगी आदत मान लें या जमाना मॉडर्न हो गया है, ये समझ लें, लेकिन यह सच है कि अब जमाना ऑनलाइन शॉपिंग का ही है। खास मौकों पर ही नहीं, बल्कि सालभर लोग तरह-तरह की चीजें ऑनलाइन खरीदने लगे हैं। कुछ लोगों को तो ऑनलाइन फ्रॉड की जानकारी है तो वे सतर्क रहते हैं, लेकिन अभी भी ऐसा बहुत बड़ा वर्ग है, जो इस फ्रॉड को समझ नहीं पाता और अकसर ठगी का शिकार बन जाता है

अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करने के शौकीन हैं या अभी-अभी इसे सीखा है तो पहले कुछ बातें जरूर जान लें, ताकि शॉपिंग के चक्कर में आपका नुकसान न हो जाये।

1. हमेशा कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनें

शॉपिंग साइट पर यदि कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा है तो उसे ही चुनें। खासतौर पर तब, जब आप नया-नया शॉपिंग करना सीखे हों या किसी नयी साइट से चीजें ऑर्डर की हो। इस तरह आपका बैंक अकाउंट व उसकी डिटेल सेफ रहेगी। जब सामान घर पर पहुंच जायेगा तो आप सामान चेक कर के कैश पेमेंट कर सकते हैं। एक बात और याद रखें कि सामान तभी लें, जब पैकेट अच्छी तरह से पैक हो। कई बार डिलीवरी करने वाले सामान निकाल लेते हैं और उसकी जगह डुप्लीकेट सामान भर देते हैं। कैश पेमेंट करने के पहले पैकेट खोलकर देख लें कि जो मंगवाया था, वही आया है या नहीं। जब संतुष्टि हो जाये, तब ही पेमेंट करें।

2. समय-समय पर बदलें पासवर्ड

अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते रहते हैं और कैश ऑन डिलीवरी के जगह ऑनलाइन पेमेंट करते रहते हैं, तो बेहतर है कि समय-समय पर अपने पासवर्ड चेंज करते रहें। इसके अलावा अगर कोई मैसेज या फोन के जरिये आपके बैंक की डिटेल, पासवर्ड, कोड आदि मांगे तो उसे गलती से भी न दें क्योंकि बैंक या कोई भी वेबसाइट आपकी बैंक डिटेल आपसे नहीं मांगती है।

3. बैंक या कार्ड डिटेल्स सेव न करें

कई बार लोग ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान पेमेंट करते समय बैंक डिटेल या कार्ड डिटेल सेव कर देते हैं। उन्हें लगता है कि अगली बार शॉपिंग करेंगे तो ये सब भरना नहीं पड़ेगा। समय बचेगा। ये बहुत बड़ी गलती है। इस आलस के चलते आप अपना बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं। इसलिए जान-बुझकर या गलती से भी ऐसे किसी बटन पर क्लिक न करें, जिससे आपके बैंक डिटेल, कार्ड डिटेल या पासवर्ड आदि सेव हो जाये।

कई बार साइट पर कार्ड की डिटेल भरते हुए सेव कार्ड डिटेल का ऑप्शन आता है और यस पर टिकमार्क होता है। लोग जल्दबाजी में यहां ओके पर क्लिक कर देते हैं जो बहुत अनसेफ है। ऐसा ऑप्शन आने पर आपको नो पर क्लिक करना है ताकि बैंक डिटेल सेफ रहे और आपके रुपये भी।

4. सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट और ऐप यूज करें

कई लोग मिलते-जुलते नाम वाली फर्जी वेबसाइट और ऐप बनाकर भी लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। इनसे सावधान रहें। सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट से ही सामान खरीदें। वेबसाइट का नाम, उसका लोगो आदि चीजों को गौर से देखें, पढ़ें। नाम, आकार, बनावट में थोड़ा सा भी बदलाव लगे तो शॉपिंग न करें।

5. वेबसाइट के यूआरएल पर पहले ध्यान दें

शॉपिंग करते समय आप वेबसाइट का यूआरएल जरूर पहले चेक कर लें। याद रखें कि वेबसाइट के यूआरएल की शुरुआत एचटीटीपीएस से होनी चाहिए। यहां अंत में लिखे ‘एस’ का मतलब गूगल द्वारा सिक्योर्ड है। अगर सिर्फ एचटीटीपी लिखा हो तो इस साइट से शॉपिंग न करें। इसमें रिस्क है।

6. वेबसाइट की टर्म व कंडीशंस पढ़ लें

शॉपिंग करते वक्त वेबसाइट पर लिखी गयी सभी टर्म और कंडीशंस को पढ़ लें, क्योंकि कुछ वेबसाइट सामान खराब होने की स्थिति में मनी रिफंड नहीं देती है। ऐसा भी होता है कि सामान में डिलीवरी चार्ज बहुत ज्यादा जोड़ दिया जाता है, जबकि वही सामान मार्केट में आपको बहुत सस्ते में मिल जायेगा।

आप खुद सोच लें कि 150-200 रुपये के सामान पर 80-100 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना कहां की समझदारी है? इसलिए इस पर ध्यान दें। कुछ वेबसाइट सामान रिप्लेस करने के लिए आपको ही कुरियर करने को कहती है, जिससे परेशानी बढ़ जाती है, जबकि कुछ वेबसाइट आपके घर अपना एजेंट भेज कर सामान खुद पिक करवाती है, जो काफी सुविधाजनक होता है। ऐसी कंडीशंस पर भी गौर करें।

7. कंपनियों की चालकियां समझें, तुलना करें

ऑनलाइन खरीदारी करते वक्त सामान की तुलना दूसरी वेबसाइट से जरूर करें। कई बार एक ही प्रॉडक्ट अलग-अलग वेबसाइट पर अलग-अलग कीमत का हो सकता है। कुछ प्रॉडक्ट सस्ता करके दिखाते हैं और बाद में डिलीवरी चार्ज के नाम पर रुपये बढ़ा लेते हैं। इन सब बातों को भी देखें व समझें।

वेबसाइट्स फेस्टिवल सीजन पर कई तरह के ऑफर्स देती हैं। कुछ दिखावे के ऑफर होते हैं, यानी प्रॉडक्ट की कीमत तीन गुना दिखाते हैं और बताते हैं कि ऑफर के बाद ये इतना सस्ता पड़ेगा, जबकि प्रॉडक्ट की असली कीमत वही होती है। ऐसे फालतू ऑफर्स से बचें। कुछ वेबसाइट्स कैशबैक के ऑफर देती हैं, जो कैशबैक आपके अकाउंट में ना आकर वेबसाइट वॉलेट में जाता है, जिसे इस्तेमाल करने के लिए आपको उस साइट से और शॉपिंग करनी पड़ती है। ये उनकी चालाकी है, इसे समझें। तभी उस कैशबैक का इस्तेमाल करें, जब सचमुच आपको कोई चीज खरीदने की जरूरत हो।