रिश्तो को मजबूत बनाने के ११  असरदार तरीके

रिश्तो को मजबूत बनाने के ११ असरदार तरीके

हमारी जिंदगी का सबसे अहम् हिस्सा होते है "हमारे रिश्ते", चाहे वो रिश्ते आपको मिले हो या चाहे आपने बनाये हो। कुछ रिश्ते जन्म के साथ ही जुड़े हुए रहते है और कुछ रिश्ते हम खुद बनाते है। जिंदगी की तरह हमारे रिश्तो में भी उतार-चढाव आते है जो हमें सुख और दुःख का अनुभव कराते है। यही रिश्ते हमारे जीवन को आसान और सफल बनाने में मदद करते है।

आज के दौर में अधिकतर रिश्ते "लाइक और कमेंट" में उलझकर रह गए है। वक़्त की कमी के चलते लोग आजकल सोशल मीडिया के माध्यम से ही एक-दूसरे के टच में रहते है। पर कई बार रिश्तो को इस वर्चुअल दुनिया से बाहर निकलकर समय भी देना चाहिए क्योकि किसी शायर ने यह खूब कहा है, " बहुत खामोश रिश्ते भी ज्यादा दिनों तक जिन्दा नहीं रहते"

रिश्ता क्या है?

किसी भी रिश्ते को शब्दों में परिभाषित करना मुश्किल है लेकिन देखा जाए तो यह एक ऐसा सुखद एहसास है जिसे हर व्यक्ति पाना चाहता है। जीवन में अच्छे रिश्ते हमारी खुशियों को लम्बा और ग़मो को छोटा कर देते है।

रिश्ता चाहे कोई भी हो, पति-पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन, दोस्त या अन्य कोई भी रिश्ता, हर रिश्ता अपने आप में अनूठा होता है। यह रिश्ते हमें एक- दूसरे से जोड़ते है और हमें सुरक्षित महसूस कराते है। यदि रिश्तो में आपसी समझ और संतुलन हो तो रिश्ते अच्छे, मजबूत और खुशियों से भर जाते है।

रिश्तो को मजबूत बनाने के असरदार तरीके

रिश्तो के बिना जीवन अधूरा है। रिश्ता चाहे कोई भी हो, अगर उस रिश्ते की नींव मजबूत है तो उस रिश्ते पर कभी आंच नहीं आएगी। अगर आप अपने रिश्तो को मजबूत और खुशहाल बनाना चाहते है तो कुछ महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखना जरूरी है। इन बातो को अपनाकर आप एक खुशहाल जिंदगी जी सकते है और आपके हर रिश्ते में मधुरता ला सकते है।

१. गहरी समझ रखे

हर रिश्ते में समझदारी का होना बहुत जरूरी है। ज्यादातर रिश्तो में कड़वाहट का मुख्य कारण सामने वाले की बात को समझ न पाना या समझने की कोशिश ही नहीं करना है। मान लीजिये यदि आपका किसी के साथ बहुत ही गहरा रिश्ता है और वो व्यक्ति आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है तो आपको उसके प्रति बेहतर समझदारी रखनी चाहिए।

कोई भी व्यक्ति अपने आप में पूर्ण नहीं होता, उसमे कुछ सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक बाते होती है। अगर आप अपनी समझ में इन दोनों बातो को शामिल कर लेंगे तो उस व्यक्ति से आपका रिश्ता बेहतर और मजबूत होगा।

२. रिश्ता दिल से रखे, दिमाग से नहीं

रिश्ता चाहे परिवार का हो, प्यार का हो, दोस्ती का हो, हमेशा दिल से निभाया जाना चाहिए। जीवन के महत्वपूर्ण रिश्तो को मजबूत बनाने के लिए यह जरूरी है की वह रिश्ता दिमाग से न रख कर दिल से ही रखे क्योकि अक्सर दिल से बनाए हुए रिश्ते बिना किसी स्वार्थ के होते है। जो रिश्ते बिना किसी स्वार्थ के होते है, वही रिश्ते खुशहाल और अच्छे होते है.

दिमाग लगाकर बनाए गए रिश्ते लम्बे समय तक साथ नहीं चलते या यू कहे की दिमाग के रिश्ते केवल स्वार्थ /मतलब के रिश्ते होते है। जहाँ आपका मतलब निकल गया, रिश्ता वही ख़तम। ऐसे रिश्तो को जबरदस्ती निभाना पड़ता है।

३. पैसो को बीच में न लाए

अगर रिश्तो को पैसो के तर्ज़ पर तोला जाता है तो ऐसे रिश्तो में मिठास नहीं होती और ऐसे रिश्ते ज्यादा समय तक टिक भी नहीं सकते। जिन रिश्तो में पैसा बीच में आता है, वो रिश्ते दिलो के रिश्ते नहीं होते। ऐसे रिश्तो में एक-दूसरे के सुख-दुःख बांटने की बजाय सारा ध्यान केवल पैसो पर ही होता है।

४. नफ़ा-नुकसान के बारे में न सोचे

नफ़ा या नुकसान व्यापार में होता है रिश्तो में नहीं और रिश्ते व्यापार नहीं होते। जिन रिश्तो से फायदा होता है उन्हें बनाए रखना और जिनसे नुकसान होता है उन्हें ख़त्म कर देना, बिलकुल ग़लत है। रिश्ते भावनाओ से जुड़ते है, सुख-दुःख के साथी होते है। याद रखिये, सुख-दुःख में रिश्ते ही काम आते है, पैसे या कोई सामान नहीं

अगर आप रिश्तो की तुलना पैसो से करते है तो आपके रिश्तो के बीच दूरिया आ सकती है।

५. विश्वास बनाए रखे

हर मजबूत रिश्ते की नीव है - विश्वास। कोई भी रिश्ता हो, अगर एक-दूसरे पर विश्वास है तो रिश्ता अटूट बना रहेगा। लेकिन यदि किसी भी रिश्ते में संदेह और अविश्वास है तो मजबूत से मजबूत रिश्ते को भी बिखरने में देर नहीं लगेगी।

इसीलिए मजबूत रिश्ते के लिए आपको एक-दूसरे पर विश्वास बनाना होगा और उनका विश्वास जीतना भी होगा।

६. अपनी गलतियों को स्वीकार करे

गलती हर किसी से होती है। अगर आपको रिश्तो की क़द्र है तो अपनी गलतियों का स्वीकार कर दिल से माफ़ी मांगिये और दोबारा न दोहराने का वादा कीजिये। ऐसा करने से निश्चित ही आपका रिश्ता और भी मजबूत हो जायेगा।

अपनी गलती स्वीकार कर आप छोटे नहीं हो जाओगे बल्कि सामने वाले का आपके प्रति विश्वास और बढ़ जायेगा।

७. दुसरो की बाते भी ध्यान से सुने

किसी भी रिश्ते का आधार होता है, आपस में बातचीत। जिस तरह आप अपनी बात दूसरे को बताना चाहते है ठीक उसी प्रकार सामने वाला भी अपनी बात आपको बताने के लिए उत्सुक रहता है। अगर आप किसी की बात को ध्यान से नहीं सुनते या फिर उनकी बातो में दिलचस्पी नहीं दिखाते तो आपके रिश्तो में दूरिया आना शुरू हो जाती है।

दुसरो की बाते ध्यान से सुनना और उन्हें माह महत्व देने से आपका रिश्ता मजबूत होगा और आप अपने प्रति उनकी भावनाओ को भी जान पाएंगे।

८. पारदर्शिता लाइए

रिश्ते होते ही है मन की बात शेयर करने के लिए, खुशिया दोगुना करने के लिए, ग़म बाटने के लिए और मुसीबत में साथ निभाने के लिए। जब रिश्तो में खुल के बात न की जाए या बाते छुपायी जाए तो रिश्तो में संदेह और असंतोष आने लगता है जो आपके रिश्तो के लिए हानिकारक हो सकता है।

इसीलिए अपने दिल में जो कुछ भी है उसे बाँटिये और रिश्तो में पारदर्शिता रखिए।

९. ज्यादा अपेक्षाएं न रखे

हर इंसान को अपने परिवार से, बच्चो से, दोस्तों से और अपने रिश्तेदारों से कोई न कोई उम्मीद जरूर होती है। हर रिश्ते में कुछ हद तक उम्मीद रखना ठीक होता है लेकिन जब ये उम्मीदे बढ़ जाती है तो अक्सर परेशानी का कारण बन जाती है।

जब कोई हमारी अपेक्षाओं के हिसाब से मतलब हम जैसा चाहते हैं वैसा करता है तो हमें ख़ुशी होती है लेकिन जब कोई हम जैसा चाहते हैं वैसा नहीं करता तो हम दुखी हो जाते है। किसी भी रिश्ते में हर बार सामने वाला आपकी बात से सहमत हो ये जरूरी नहीं है। अगर आप रिश्तो को मजबूत करना चाहते है तो किसी से भी ज्यादा अपेक्षाएं न रखे।

१०. कुछ समय देना भी जरूरी है

रिश्तो को मजबूत करने के लिए उन्हें आपके समय की भी जरूरत होती है। कुछ वक़्त साथ बिताने से आप उन्हें बता पाएंगे की आपके जीवन में उनकी क्या अहमीयत है। उनका आपके जीवन में होना आपके लिए कितना मायने रखता है।

११. अहंकार को मत लाइए

जिन रिश्तो को आप खोना नहीं चाहते है वो आपके अहंकार की वजह से टूट सकते है। कभी-कभी रिश्तो को निभाने के लिए आपको थोड़ा झुकना पड़ सकता है। ऐसा करने से आप छोटे नहीं हो जाते बल्कि सामने वाले की नजरो में आपके प्रति सम्मान बढ़ जाता है और आपका रिश्ता खुशहाल और मजबूत होता है।

किसी ज्ञानी पंडित ने कहा है, "जीवन में रिश्ता होना जरूरी है लेकिन उस रिश्ते में जीवन होना जरूरी है।"