अपसेट मूड को चेंज करें इन 6 टिप्स से

अपसेट मूड को चेंज करें इन 6 टिप्स से

अक्सर हम लोगों को कहते सुनते हैं कि आज मेरा मूड ठीक नहीं है। मन बहुत उदास है। खूब रोने का मन कर रहा है। लगता है कि सब छोड़-छाड़ के कहीं भाग जाओ…हम भी कई बार ऐसे ही बातें करते हैं या सोचते हैं। कई बार खुद हमें इस हद तक दुखी होने की वजह पता नहीं होती। बस हम अपसेट हो जाते हैं।

दरअसल जिंदगी में जब ढेर सारी परेशानियां आ जाती हैं, तो हम भी समझ नहीं पाते कि आखिर हम किस बात से दुखी हैं। हम बस रोना चाहते हैं। अपने साथ कुछ गलत कर लेना चाहते हैं। बिस्तर में पड़े-पड़े कई-कई दिन निकाल देना चाहते हैं। लेकिन यही वह समय है, जब हमें तुरंत अपना मूड चेंज करने के बारे में सोचना चाहिए। वैसे ये ख्याल ऐसे वक्त में आना इतना आसान नहीं, लेकिन ये जरूरी है।

अगर हम प्रैक्टिस करें, हमेशा सचेत रहें कि इस तरह के ख्याल आने पर हमें तुरंत कुछ उपाय करना है, मूड चेंज करना है, तो हम परिस्थितियां सुधार सकते हैं। कुछ गलत, अनहोनी होने से रोक सकते हैं। अपना बहुत सारा वक्त रो-धोकर बर्बाद करने से बचा सकते हैं। अगर आप भी इस बात से सहमत हैं कि मूड चेंज करना बहुत जरूरी है, तो यह लेख आपके लिए है।

1. मूड खराब होने के कारण का पता लगाएं

कई बार मूड खराब होने की वजह कोई व्यक्ति होता है, कोई घटना होती है, माहौल होता है। अगर आपकी वजह इनमें से कोई है, तो बेहतर है कि इस वजह से थोड़े समय के लिए दूर हो जाएं। अगर किसी से झगड़ा हुआ है तो उस व्यक्ति से कुछ वक्त के लिए दूर रहें। अगर वह व्यक्ति बार-बार आपको दुखी करता है तो ऐसे व्यक्ति से बातचीत ही खत्म कर दें या जितना ज्यादा हो सके, उससे दूर रहें।

यही तरीका अन्य परिस्थितियों में भी अपनाएं। माहौल आपको तकलीफ पहुंचा रहा है, तो कहीं बाहर घूमने चले जाएं। किसी दोस्त, रिश्तेदार के यहां हो आएं। कहीं अकेले ही घूमने चले जाएं। इस तरह आपका मूड भी फ्रेश हो जायेगा।

2. पार्लर जाकर खुद को करें पैम्पर

मूड चेंज करने की ये ट्रिक पुरुषों को समझ नहीं आयेगी। सिर्फ महिलाएं ही इसे महसूस कर सकती हैं। अगर आपने ये आजमाया नहीं है तो अबकी बार अपसेट होने पर ये जरूर आजमाएं। हेयरकट करा कर अपना लुक चेंज कर लें। हेयरकट नहीं करवाना है तो भी फेशियल, हेड मसाज, हेयर स्पा, मैनिक्योर, पेडिक्योर करवाएं। ये सारी चीजें आपको रिलेक्स करेंगी। आपका गुस्सा, डिप्रेशन सब छूमंतर हो जायेगा

3. शॉपिंग से भी चेंज होगा मूड

वैसे ये तरीका कई महिलाएं पहले से आजमा रही हैं। आप ने ऐसा नहीं किया है तो आप भी ऐसा करें। एक बात याद रखें। ये जरूरी नहीं है कि शॉपिंग की खुशी तभी मिलेगी जब ढेर सारी महंगी-महंगी ड्रेस, फुटवियर, एसेसरीज आदि खरीदी जाये। शॉपिंग बहुत छोटी-छोटी चीजों की भी हो सकती है। हो सकता है कि कोई एक छोटी-सी चीज ही आपका मूड बदल दें।

इस बारे में अच्छे से सोचें कि किस चीज की आपको बहुत समय से जरूरत थी या आप खरीदना चाहती थी। वो एक बीन बैग, परफ्यूम, नया चश्मा, नाइट सूट, पर्स, लिपस्टिक शेड, हेडफोन जैसा कुछ भी हो सकता है। जब आप ऐसी चीज खरीदेंगे, जिसकी आपको जरूरत थी, तो आपका मूड जरूर चेंज हो जायेगा। आप खुश हो जायेंगी।

4. दिल की बात कहने को कोई दोस्त हो

जब तक हम अपने दिल की बात दिल में रखते हैं, तो सीने में बहुत भारीपन लगने लगता है, लेकिन जब हम उसे किसी के साथ शेयर कर लेते हैं, तो भले ही समस्या का हल निकले या न निकले, लेकिन हमारे दिल का भारीपन काफी कम हो जाता है। आप भी ऐसा ही करें।

अगर माता-पिता से समस्या है तो भाई-बहन से बात करें। अगर भाई-बहन से समस्या है तो माता-पिता से बात करें। पति से समस्या है तो अपने मायके में किसी से बात करें। अगर किसी खास परिस्थिति में इनमें से किसी से भी बात न कर सकें, तो अपनी जिंदगी में ऐसे दोस्त जरूर रखें, जिनसे आप खुल कर बात कर सकें।

अगर अभी तक ऐसे दोस्त नहीं हैं, तो अभी से ऐसे दोस्त बनाने की कोशिश शुरू कर दें। आपकी तरह सभी ऐसे दोस्त तलाश रहे हैं, आपको बस अपने आसपास के लोगों को समय देना होगा।

5. सैड सॉन्ग्स और खराब करते हैं माहौल

जब भी कोई दुखी होता है, किसी का दिल टूटता है, तो देखा गया है कि ऐसे में लोग दुखी गाने सुनने लगते हैं। वे खुद को उससे कनेक्टेड महसूस करते हैं। जबकि ऐसे वक्त में उन्हें सैड नहीं बल्कि हैप्पी सॉन्ग सुनने चाहिए। अगर आप दुखी गाने सुनते रहेंगे तो आपका मूड कभी ठीक नहीं होगा। आप और दुख में डूबते जायेंगे।

बेहतर होगा कि डांस मूड वाले गाने सुने। मोटिवेशनल गाने सुनें। कॉमेडी या कोई प्रेरणास्पद फिल्म देखें। ये सब नहीं तो कपिल शर्मा का कोई शो देख लें। स्टैंड अप कॉमेडियन के वीडियो देख लें। कोई सस्पेंस मूवी देख लें। इन सब बातों से आपका ध्यान तुरंत उस दुख से हट जायेगा। मूड चेंज हो जायेगा।

6. अगर कोई दुखी दिखे तो क्या करें

ऐसा लोग कहते हैं कि कोई दुखी है, डिप्रेस्ड है तो उसे बिल्कुल अकेला न छोड़ें, लेकिन ऐसा हर बार करना ठीक नहीं। कई बार दुखी इंसान अकेले रहना चाहता है, इसलिए आप पहले देखें कि सामनेवाला बात करने के लिए तैयार है भी या नहीं। हां, अकेला भले ही छोड़ दें लेकिन उस इंसान की हरकतों पर नजर जरूर रखें ताकि वह कोई गलत कदम न उठा लें। और फिर जब भी मौका मिले, उससे बात करें। इमोशनल सपोर्ट करें। उसकी भावनाओं को समझें, तकलीफ को समझें। उसकी बात को सुनें। उसे जताएं कि आप उसके साथ हैं। उसे कहे कि तुम बहुत स्ट्रॉन्ग हो। तुम इन सब से बाहर निकल जाओगे।

उसे बताएं कि वह आपके लिए कितना खास है। सब उससे कितना प्यार करते हैं। उस इंसान को उसकी खूबियां बताएं, ताकि उसका कॉन्फीडेंस बढ़ें। उसे उसके अच्छे दिनों की याद दिलाएं, ताकि उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आये। उस इंसान को नयी जगह ले जाएं। घर से बाहर निकले। ये तरीका कई बार काम कर जाता है। हां, उसे बेफिजूल की सलाह न दें। उसे उसकी गलती मत बताएं। गलती हो, तो भी ऐसा करने का ये सही समय बिल्कुल नहीं है।