पैरेंट्स को लव मैरिज के लिए मनाने के 4 टिप्स

पैरेंट्स को लव मैरिज के लिए मनाने के 4 टिप्स

कई युवा पैरेंट्स की पसंद से शादी करते हैं, तो कई अपना जीवनसाथी खुद चुनते हैं। कोई भी तरीका सही या गलत नहीं है। यह तो किस्मत की बात है कि आपका जीवनसाथी आपको किन परिस्थितियों में मिलता है। बस परेशानी इस बात की है कि जब शादी पैरेंट्स की मर्जी से होती है, तब सब कुछ शांति से हो जाता है, लेकिन जब बच्चे अपना जीवनसाथी खुद चुन लेते हैं, तो पैरेंट्स को मनाने में बहुत दिक्कतें आती हैं।

हालांकि मॉडर्न जमाने के साथ-साथ पैरेंट्स की सोच में भी बदलाव आ रहा है, लेकिन अभी भी कई पैरेंट्स लव मैरिज को ठीक नहीं समझते। जिससे बच्चे शादी करना चाहते हैं वो दूसरी जाति व धर्म का हो, तब तो विरोध होना तय ही है, लेकिन कई बार ये भी देखा गया है कि वह इंसान उन्हीं की जाति और धर्म का हो, तब भी दूसरे कारणों को तलाश कर पैरेंट्स विरोध करते हैं।

पैरेंट्स को लव मैरिज के लिए ऐसे मनाएं

इस मामले को कैसे सुलझाया जाये, आज हम उसी विषय पर बात कर रहे हैं। हालांकि सभी घरों का माहौल, परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं, इसलिए अधिकांश मामलों में ये तरीके काम करेंगे। आप भी अगर पैरेंट्स को मनाना चाहते हैं, तो इसे जरूर पढ़ें। शायद आपको मदद मिल जाये।

1. पैरेंट्स को मनाने का बेस्ट तरीका लेटर

जब पैरेंट्स लव मैरिज के लिए राजी न हों, आपसे उस बारे में बात ही नहीं करना चाहते हों, तो इस सिचुएशन में एक तरीका काम कर सकता है और वह है लेटर लिखना। जी हां, अगर पैरेंट्स एजुकेटेड हैं और इमेल इस्तेमाल करते हैं तो आप इमेल करें, या खुद कॉपी पेन की मदद से लेटर लिखें। आप इस लेटर में अपने दिल का सारी बात लिखें। जिससे शादी करना चाहते हैं, उसकी खूबियां बताएं। साथ ही बताएं कि आपने उस इंसान को क्यों चुना। लेटर में पैरेंट्स को जरूर बताएं कि आप उन दोनों को कितना प्यार करते हैं। आप उनका कितना सम्मान करते हैं, उन्होंने आपकी परवरिश में कितनी परेशानियां उठाई हैं, उसको आप समझते हैं और इसलिए उनका शादी के लिए मानना कितना जरूरी है

आपका लेटर भावुक कर देने वाला होना चाहिए। लेटर में अपनी भाषा पर जरूर ध्यान दें। कहीं ही आपकी भाषा से गुस्सा जाहिर न हो। ऐसी बातें बिल्कुल न लिखें कि शादी के लिए नहीं राजी हुए तो भाग जायेंगे या सुसाइड कर लेंगे। आपको बहुत प्यार से अपनी बात रखनी है। अगर आपकी पहचान में किसी ने लव मैरिज की है तो उनका उदाहरण दें या किसी की शादी पैरेंट्स ने जबरदस्ती करवायी और उनकी शादी सफल नहीं हुई हो तो उसका उदाहरण दें। पैरेंट्स को समझाएं कि अपनी पसंद के जीवनसाथी के साथ ही शादी करना जरूरी है, वरना कोई खुश नहीं रहता

2. देखें कि कौन-कौन आपकी साइड ले सकता है

जब बात लव मैरिज की होती है, तो बात करना इतना आसान नहीं होता। पैरेंट्स का डर, झिझक, शर्म बहुत सी बातें होती हैं। साथ ही पैरेंट्स अगर विरोध करें तो आप अकेले पड़ सकते हैं, इसलिए बेहतर होगा कि अपने रिलेशनशिप के बारे में पैरेंट्स को बताने के पहले देखें कि घर का कौन-कौन-सा मेंबर, रिश्तेदार, दोस्त आपकी साइड से बोल सकता है। आप अपने भाई-बहन, चाचा-चाची, भैया-भाभी, मौसी आदि से बात कर सकते हैं, जिनसे आपकी अच्छे से बनती है। वे आपकी बात पैरेंट्स तक पहुंचा सकते हैं। बहस होने पर आपके पक्ष में बोल सकते हैं, पैरेंट्स को समझा सकते हैं। इस तरह आप अकेले नहीं पड़ेंगे और पैरेंट्स के मानने के चांसेस बढ़ जायेंगे।

3. पैरेंट्स और पार्टनर की मुलाकात करवाएं

अपने दोस्तों के साथ-साथ पार्टनर को भी किसी बहाने घर में इनवाइट करें और पैरेंट्स से मुलाकात करवाएं। इस तरह वे कुछ समय साथ गुजार लेंगे। अगर आपके पार्टनर का स्वभाव उन्हें पसंद आया, वे इम्प्रेस हो गये तो बाद में उन्हें मनाना आसान हो जायेगा। आप चाहे तो अपने रिलेशनशीप के बारे में बताने के बाद भी पैरेंट्स से मिलने के लिए अपने पार्टनर को बुला सकते हैं, लेकिन कई मामले ऐसे भी देखे गये हैं कि पैरेंट्स उस पार्टनर से मिलने के लिए, यहां तक कि उसका चेहरा देखने तक को राजी नहीं होते। बिना मिले ही एक नकारात्मक छवि बना लेते हैं और अपनी बात पर अड़े रहते हैं। इसलिए अगर दोस्त कहकर पहले यूं ही मिलवा देंगे तो ये नौबत नहीं आयेगी।

वैसे अगर घरवालों को आपके रिलेशन के बारे में किसी तरह पता चल गया है या आपने बिना किसी प्लानिंग के खुद बता दिया है तो भी कोई दिक्कत नहीं है। आपको बस उन्हें एक बार अपने पार्टनर से मिलने के लिए राजी करना है। आप पैरेंट्स को बताएं कि एक बार मिल लेने में कोई बुराई नहीं है। जब मुलाकात को मान जाएं तो अपने पार्टनर को अच्छी तैयारी के साथ ही मिलवाएं। उन्हें बता दें कि माता-पिता को क्या पसंद है और क्या नहीं।

4. पैरेंट्स की सोच पहले जान लें

आपकी शादी को लेकर, अपनी बहू को लेकर या अपने दामाद को लेकर आपके घरवाले क्या सोचते हैं? कैसा साथी आपके लिए चाहते हैं? इन बातों का पता लगाएं। किसी फिल्म, सीरियल, आसपड़ोस या रिश्तेदार के बहाने इन बातों को छेड़ें और देखें कि वो इस बारे में क्या सोचते हैं। सवाल पूछ-पूछ कर उनके मन की बात जानें। अगर उनके विचार आपसे मेल खाते हैं तो चिंता की ज्यादा बात नहीं, लेकिन अगर विचार मेल नहीं खाते हैं तो आपको उनके विचार बदलने का प्रयास शुरू कर देना होगा। इसके लिए आप उन्हें बातों-बातों में उदाहरण दे सकते हैं, कुछ कपल्स के किस्से सुना सकते हैं, युवाओं की सोच बता सकते हैं। आपको ये सब किसी तीसरे के हवाले से कहना है ताकि झगड़े की गुंजाइश न रहे और सिर्फ हेल्दी बातचीत हो।

ये गलती कभी न करें

- आत्महत्या करना की धमकी देना ठीक नहीं।

- भूखे-प्यासे रहकर, खुद को कमरे में बंद कर उन्हें इमोशनल टॉर्चर ना करें।

- पैरेंट्स को भला-बुरा कभी न कहें।

- भागकर शादी करने की गलती न करें।

वैसे ये सब करने के पहले इतना जरूर कंफर्म कर लें कि जिस इंसान के लिए आप ये सब कर रहे हैं, वो आपका जीवनसाथी बनने के लायक सच में है या नहीं? क्या आप उसे उसकी अच्छाइयों व बुराइयों दोनों के साथ अपना कर पूरी जिंदगी गुजार सकते हैं?