किसी से भी ‘बात’ करने से पहले जान लें ये 5 बातें

किसी से भी ‘बात’ करने से पहले जान लें ये 5 बातें

बात करना भी एक कला है। यहां बात करने से मतलब समझदारी वाली बात या बेवकूफी वाली बात नहीं है। वो तो एक अलग मुद्दा है। लेकिन बात कितनी करनी है? कब करनी है? किससे करनी है? कितने शब्दों में करनी है? किस विषय पर करनी है? कौन-सा वक्त इसके लिए सही होगा? कौन-सी जगह इसके लिए सही होगी? ये सब जानना जरूरी है। आज हम आपको इसी पर टिप्स दे रहे हैं।

1. कितनी देर करनी है बात

सबसे पहला सवाल यह है कि बात कितनी करनी है? दरअसल यह उस व्यक्ति पर निर्भर करता है कि आपके साथ उसके संबंध कितने अच्छे हैं। अगर आपकी उससे बहुत अच्छी दोस्ती है, तब तो आप घंटों बात कर सकते हैं, लेकिन अगर आपकी उससे ज्यादा दोस्ती नहीं है, तो बेहतर है कि आप उतनी ही बात करें, जितनी जरूरी हो

हां, अगर आप उससे दोस्ती करना चाहते हैं या ज्यादा बात करना चाहते हैं, तो पहले ये देखें कि वो आपसे दोस्ती करने में रुचि रखता भी है या नहीं? मसलन, अगर आप उससे बात कर रहे हैं और वह आपकी तरफ नहीं देख रहा, कंप्यूटर या मोबाइल में देख रहा है। हां... हूं... नहीं... टाइप कम-से-कम शब्दों में अपना जवाब दे रहा है या आपको जल्दबाजी में ‘ठीक है... देखते हैं... मैं करता हूं...’ कह कर भाग जाता है या कहें कि टालने की कोशिश करता है, तो आप समझ लें कि उसे आपसे बात करने में बिल्कुल रुचि नहीं है। ऐसी स्थिति में आपको उनके सामने से उठ कर चले जाना चाहिए। फोन पर बात कर रहे हों, तो फोन रख देना चाहिए। चैट पर ऐसे ही जवाब मिल रहे हो तो चैट भी जरूरी बात कह कर रोक देनी चाहिए।

2. चेहरे के भाव पढ़ना सीखें

आपको यह भी देखना होगा कि हम किस व्यक्ति से किस विषय पर बात कर रहे हैं? आपको यह समझना होगा कि सामनेवाला आपसे उस विषय पर बात करने के लिए तैयार है या नहीं? चेक करें... ऐसा तो नहीं कि उस व्यक्ति को वह विषय उदास कर देता हो। परेशान कर देता हो। गुस्सा दिलाता हो या फिर वह इतना पर्सनल विषय हो कि आपके साथ वो शेयर ही नहीं करना चाहता हो... या हो सकता है कि वह उस विषय पर आपसे बात कर के खुद को असहज महसूस कर रहा हो।

तो बेहतर है कि आप अजीबों-गरीब सवाल पूछ कर, उस विषय पर चर्चा छेड़ कर उस इंसान को परेशान न करें। वैसे वह विषय कौन-सा है, जिस पर आपको उस इंसान से बात नहीं करनी चाहिए, ये आपको उसका चेहरा देख कर समझ आ जायेगा। उसके चेहरे के भाव बदल जायेंगे। तनाव, उदास, खींज, चिड़, गुस्सा जैसे भाव आयेंगे और अगर आप बार-बार उसी विषय पर हर मुलाकात में वह बात छेड़ेंगे, तो वह इंसान आपसे मुलाकात टालेगा। कहेगा कि व्यस्त है। घर पर नहीं हूं। आपके पास वह दो मिनट भी बैठना पसंद नहीं करेगा। इसमें एक बात जोड़ दूं कि महिलाओं से बात करते वक्त तो आप विषय, स्थान, मौका आदि का जरूर ख्याल रखें।

3. समय का भी ध्यान दें

बात करते वक्त यह भी देखें कि सामनेवाले के पास बात सुनने का समय है भी या नहीं? हो सकता है कि वह बहुत जल्दी में हो। उसे कहीं जाना हो... वह कोई काम कर रहा हो और आपने बीच में टपक कर बात शुरू कर दी हो। उसका मन आपकी बात में नहीं लग रहा हो... इसलिए बात करने से पहले इजाजत लें कि ‘मुझे आपके दो मिनट या 10 मिनट चाहिए. जब आप फ्री हों, बता दें।’ जब आप इस तरह इजाजत ले कर बात करेंगे, तो लोग आपकी बात को महत्व भी देंगे।

4. नजरों का रखें ध्यान

बात करते वक्त नजरों पर खास ध्यान रखें। लोगों से आइ कॉन्टेक्ट बना कर बात करने की कोशिश करेंअगर सामने महिला है, तो प्लीज उस वक्त तो और ध्यान रखें। महिला के ड्रेस की तरफ, उसके पैरों की तरफ, उसके सीने की तरफ, उसके बालों या झूमको की तरफ अगर लगातार देख कर आप बात करेंगे और सोचेंगे कि सामनेवाले को पता ही नहीं चल रहा है कि आप किस चीज को निहार रहे हैं, तो ये आपकी गलतफहमी है। वह आपकी नजर अच्छी तरह समझती है। बस बोलती नहीं है। हो सकता है कि किसी दिन बोल दे... और ऐसा बोले कि आप बोलने लायक न बचें।

5. किस तरह के विषयों को टालना चाहिए

अक्सर लोग किसी के घर जाते हैं, तो उनके बच्चों से उनके करियर, फ्यूचर प्लान्स को लेकर सवाल पूछने बैठ जाते हैं, जबकि उन्हें अच्छी तरह पता होता है कि वह बच्चा पढ़ाई में कमजोर है। वे ऐसे सवाल सब के सामने पूछते हैं कि बच्चा शर्मींदा हो जाता है। इसके चलते फिर वह बच्चा मेहमानों से मिलना ही बंद कर देता है। कई लोग किसी के घर में जवान बेटी या बेटा हो तो शादी कब करोगे, ऐसे सवाल पूछते हैं। ये भी उन युवाओं को पसंद नहीं आता और वे आपसे बात करना टालते हैं। कई लोग शादी-शुदा बहू-बेटियों से बच्चे की प्लानिंग पूछ बैठते हैं। लड़कों से सैलरी कितनी है, प्रमोशन हुई या नहीं? खुद का घर कब लोगे? जैसे सवाल पूछते हैं। ये कुछ सवाल हैं, जिनसे लगभग हर आदमी को चिड़ होती है। तो बेहतर है कि ऐसे सवाल न पूछे। ऐसे विषयों पर बात न करें।

इन बातों का भी रखें ख्याल

  • कोई भी आपसे बात करे तो उसकी तरह देखें, मोबाइल या लैपटॉप में नजरें गड़ाए हुए बात न करें।
  • किसी के बेहद करीब जाकर बात न करें, सामनेवाला असहज हो सकता है।
  • अगर किसी से नजदीक जाकर बात करनी पड़े तो पहले अपनी सांस की स्मेल को चेक करें, कहीं दुर्गंध न आ रही हो। बेहतर है कि अपने साथ माउथ फ्रेशनर, लॉन्ग, सौंफ, इलायची, मिंट आदि रखा करें ताकि सांसों से बदबू न आये।
  • ये भी देखें कि कहीं आपके बोलते समय सामनेवाले के मुंह पर छिंटे तो नहीं पड़ते।
  • जब भी आप किसी से कोई पर्सनल विषय पर बात करना चाहते हैं, तो उन्हें भीड़ से अलग ले जाएं। उनसे पहले इजाजत लें कि मुझे अकेले में कुछ बात करनी है।
  • बात करने वक्त अपने शब्दों के चयन पर ध्यान दें। कहीं ऐसा न हो कि आपके बोलना कुछ और चाहते थे और गलत शब्द के प्रयोग से सामनेवाले ने उसका अलग मतलब निकाल लिया और नाराज हो गया।