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कीटो डाइट क्या है?
अगर ठीक से फॉलो नहीं किया तो खरतनाक है कीटो डाइट
खुद को फिट रखने के लिए, दुबले होने के लिए लोग कई तरह की डाइट फॉलो करते हैं। इनमें से ही एक है कीटो डाइट। कुछ सालों पहले इसका चलन तेजी से बढ़ा, लेकिन फिर धीरे-धीरे लोगों को इसे फॉलो करना रिस्की लगने लगे। इसकी वजह यह है कि अगर इसे फॉलो करने में थोड़ी-सी भी गलती हो जाती है, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि कई सेलेब्रिटीज जैसे सोनाक्षी सिन्हा, आलिया भट्ट, अर्जुन कपूर ने अपना वजन इसी डाइट से तेजी से कम किया।
कैसे काम करता है कीटो डाइट?
कीटोजेनिक या कीटो डाइट एक हाइ फैट डाइट होती है। ऐसा माना जाता है कि ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खाना खाने से शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन का उत्पान होता है, इससे शरीर में फैट जमा होने लगता है। जबकि कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम कर दिया जाता है, जिससे लीवर में कीटोन पैदा होता है, जो फैट कम करता है। इसके साथ ही इस डाइट में फैट से ही शरीर के लिए ऊर्जा ली जाती है इसलिए फैट का सेवन ज्यादा किया जाता है। इस डाइट में फैट का सेवन ज्यादा, प्रोटीन का मीडियम और कम कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें खाई जाती हैं।
यानी एक स्टैंडर्ड कीटो डाइट में 70 फीसदी फैट, 25 फीसदी प्रोटीन और 5 फीसदी कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए। यदि इसे सही तरीके से फॉलो करें, तो वजन तेजी से घटता है, लेकिन अगर डाइट में फैट, प्रोटीन और कार्ब का अनुपात बिगड़ जाता है, तो इससे शरीर को नुकसान पहुंचता है और आम लोगों के लिए इसका अनुपात सही फॉलो करना बेहद मुश्किल काम है। वे इसमें गड़बड़ कर देते हैं और फिर भारी नुकसान उठाना पड़ता है। यहां तक कि किडनी फेल्योर और हार्ट डिसीज की नौबत भी आ सकती है।
एक महीने से ज्यादा दिन फॉलो न करें ये डाइट
यह डाइट तभी असरदार होगी, जब ये सिर्फ एक महीने तक फॉलो की जायेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी बॉडी में जो कीटोज बनते हैं, वो सब आपके लीवर में जमा होने लगते हैं, जो खतरनाक है। इससे लिवर या किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप एक महीने से ज्यादा दिन ये डाइट फॉलो करते हैं, तो इसका मतलब आप फैट ज्यादा लेते हैं, कार्बोहाइड्रेट बहुत कम लेते हैं, जिसके कारण ग्लूकोज लेवल बहुत कम हो जाता है। शरीर के लिए ग्लूकोज बहुत जरूरी होता है। दिमाग के लिए भी ग्लूकोज जरूरी होता है। यह कम होने से ब्लड शुगर लेवल चेंज हो जाता है। बीपी लेवल बढ़ जाता है।
क्या-क्या खा सकते हैं इस डाइट में?
कीटो डाइट में वेज और नॉनवेज दोनों तरह की चीजें खा सकते हैं। जैसे चिकन, मटन, मछली, अंडा से लेकर पत्तेदार सब्जी जैसे पालक, मेथी, फूलगोभी। इसके अलावा फैट के लिए पनीर, बटर, क्रीम, हाइ फैट सलाद खाना फायदेमंद होता है।
क्या नहीं खा सकते हैं?
इसमें अनाज नहीं खाते हैं। इसके साथ ही शक्कर नहीं खाते। फलों में सेब, केला, संतरा नहीं खा सकते। सब्जी में आलू और जिमीकंद नहीं खा सकते, क्योंकि इसमें ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है।
आधी-अधूरी जानकारी लेकर शुरू न करें
बीते दिनों एक्ट्रेस मिस्टी मुखर्जी की किडनी फेल होने के कारण मौत हुई। कहा जा रहा है कि वह कीटो डाइट ले रही थीं। अगर आप भी इस डाइट को फॉलो करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें। कुछ लोग यू-ट्यूब और इंटरनेट से अधूरी जानकारी लेकर कीटो डाइटिंग शुरू कर देते हैं। ऐसे शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और फैट बढ़ जाता है जो हृदय रोगों की वजह भी बन सकता है। आप ऐसी गलती बिल्कुल न करें।
किन लोगों के लिए जरूरी है कीटो डाइट?
यह मिर्गी के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हैं। इसके अलावा जो वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं वे इसे एक्सपर्ट से सलाह लेकर फॉलो कर सकते हैं। आमतौर पर लोग डाइट में कार्बोहाइड्रेट अधिक लेते हैं। मिर्गी के मामलों में शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट दौरों को तेज कर सकता है। इसलिए इस डाइट की मदद से कार्ब कम करके फैट को बढ़ाकर मिर्गी के रोगियों का इलाज किया जाता है।
इस डाइट के फायदे क्या हैं?
- ये नींद न आने की समस्या और मेंटल डिसऑर्डर से दूर रखती है।
- तेजी से वजन घटता है, बस एक्सपर्ट की सलाह से सब चीज फॉलो करें।
- इसमें फैट की अच्छी मात्रा होने के कारण स्किन स्मूद और चमकदार रहती है।