30-35 की उम्र तक ये  5 निर्णय ले लें

30-35 की उम्र तक ये 5 निर्णय ले लें

जब हमारी नयी-नयी जॉब लगती है, तो हम दिल खोल कर अपनी खुशी जाहिर करते हैं। कुछ साल हम सिर्फ ड्रेसेज, जूते, परफ्यूम, घड़ियां जैसी चीजें खरीदते हैं। फिल्म देखने जाते हैं, रेस्टोरेंट में दोस्तों को ट्रीट देते हैं। घर में सारी सुख-सुविधा की चीजें भर लेते हैं। हम यह सब 1-2 साल तक करें, तो ठीक है, लेकिन अगर यह हमारा स्वभाव बन गया है, तो इसे बदलने की जरूरत है। एक बात याद रखें, जॉब के भरोसे फिजूल खर्च करना सुरक्षित नहीं। क्योंकि जॉब आज है, कल नहीं। कुछ भी हो सकता है।

यह भी हो सकता है कि घर में अचानक किसी को कोई बड़ी बीमार हो जाये और माता-पिता की सारी सेविंग खत्म हो जाये। उदाहरण के तौर पर अभी कोराना बीमारी के चलते कई लोगों की जॉब गयी, बिजनेस ठप्प पड़ गया, कई महीने बिना इनकम के रहना पड़ा, तो रुपयों की काफी दिक्कत हुई। ऐसे समय के लिए ही सही, हमें सेविंग ज्यादा से ज्यादा रखनी चाहिए। बेहतर तो यही होगा कि प्लानिंग करना शुरू कर दें। वरना बाद में पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचता

1. खुद का घर लेने की प्लानिंग करें

जी हां, आपमें से कई लोगों को लग सकता है कि हमारे पिता ने तो रिटायरमेंट के समय तक अपना खुद का घर बनाया था, तो हमें अभी से सोचने की क्या जरूरत है? लेकिन आपको समझना होगा कि जमाना बदल गया है। आप जितनी जल्दी घर लेंगे, आपके लिए बेहतर है। खुद का मकान होना एक बेहतरीन निवेश है। फिर भले ही आप उस मकान को किराये पर चढ़ा दें और मम्मी-पापा के साथ ही रहें। लेकिन एक परमानेंट इनकम शुरू हो जायेगी, जिससे घर में मदद होगी। आप लोन लेकर घर ले सकते हैं और फिर घर का जो किराया आयेगा, वो लोन की किश्त के रूप में बैंक वालों को दे सकते हैं। एक तरह से आपका किरायेदार आपका लोन चुका रहा है और कुछ सालों बाद आपके पास आपका खुद का घर होगा। ऐसा नहीं है कि घर लेने की प्लानिंग लड़कों को ही करनी चाहिए। यह लड़कियों के लिए भी अच्छा है। वे अपनी जॉब के रुपये फालतू की शॉपिंग में खर्च न करके उससे घर खरीदने के लिए जमा करें। ये भविष्य में आपके काम जरूर आयेगा। आपको खुद पर गर्व होगा जब आप अपनी लिए इतनी बड़ी चीज खरीद पायेंगे।

2. बचत की सोचें

सैलरी हाथ में आते ही कुछ रकम तुरंत अलग से जमा करने की आदत डालें। यह आदत आगे चल कर आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगी। कुछ सालों में आप पायेंगे कि आपके पास लाख रुपये बड़ी आसानी से जमा हो गये। बेहतर होगा कि इसके लिए एक अलग बचत खाता रखें। कोशिश करें कि वो रुपये निकालने की नौबत न आये। छोटी-मोटी समस्याओं में तो उन रुपयों को न ही निकालें। ज्यादा सैलरी नहीं भी है, तो भी आप घर में ही एक गुल्लक रखें और सैलरी से 500, 1000, 2000 जितने रुपये हो सकते हैं, हर महीने उस गुल्लक में डालें और अपने स्तर पर बचत करें। यह एक बहुत अच्छी आदत है।

3. इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें

वैसे तो बाजार में इंश्योरेंस कंपनियों की भरमार है, लेकिन बेहतर यही होगा कि आप गुमराह न हो कर अपनी जरूरत को देखते हुए एक अच्छी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें। इसके लिए ऑनलाइन कंटेंट सर्च करें। दो-तीन अलग-अलग एजेंटों से सलाह लें, फिर तय करें कि कौन-सी पॉलिसी आपके लिए बेहतर है।

4. किश्तों पर चीजें खरीदने से बचें

आजकल युवा हर अच्छी चीज तुरंत खरीदना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें किश्तों में चीजें खरीदने का ऑप्शन मिलने लगा है। किश्तों में कार, बाइक, फ्रिज, टीवी, मोबाइल सब खरीद लेते हैं। फिर जब सैलरी का आधे से ज्यादा हिस्सा किश्ते भरने में निकल जाता है, तो उन्हें गलती का अहसास होता है। इसलिए बेहतर तो यही है कि लालच में आकर किश्तों में चीजें खरीदने से बचें। ये न सोचें कि पैसे अभी एक साथ थोड़े ही देने हैं। धीरे-धीरे कर के देने हैं। इस सोच के चलते ही अक्सर पर यह नहीं देखते ही सामनेवाला व्यापारी उस चीज पर ब्याज कितना लगा रहा है? आपकी यह अनदेखी आपका भारी नुकसान करा सकती है। युवाओं को सलाह है कि वे इस आदत से बचें खासकर पर्सनल लोन तो न ही लें।

5. सिंपल-सोबर तरीके से करें शादी

शादी में मनीष मल्होत्रा का लहंगा हो, हैवी गोल्ड ज्वेलरी हो, शेरवानी में गोल्ड वर्क हो, वेडिंग प्लानर हो। थीम शादी हो। खाने में ढेर सारी डिशेज हो। हल्दी, मेहंदी, संगीत सभी तरह के फंग्शन धूमधाम से हो। हर दूल्हा-दुल्हन का यही सपना होता है। कई लोग ऐसी शादी कर भी लेते हैं, लेकिन अक्सर लोग बाद में पछताते हैं कि बेफिजूल इतना महंगा लहंगा लिया। दोबारा पहनने का मौका ही नहीं आता। शेरवानी भी अलमारी में कोने में पड़ी सड़ रही है। इतनी हैवी किसकी शादी में पहनकर जायेंगे? इतने सारे फंक्शन में फिजूल में खर्च किया। इतने लोगों को बुला लिया, जिन्हें सालों से देखा भी नहीं था, बातचीत भी नहीं थी। उससे तो बेहतर होता कि सिंपल शादी करते और उन रुपयों से घर या जमीन ले लेते। बिजनेस शुरू कर लेते। एफडी कर लेते