शरीर के लिए 6 आवश्यक विटामिन

शरीर के लिए 6 आवश्यक विटामिन

इन विटामिंस की मदद से हमेशा रहेंगे हेल्दी

कोरोना संक्रमण की वजह से अब लोग अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने लगे हैं। घर पर रहकर योग व एक्सरसाइज कर रहे हैं। अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए तरह-तरह की दवाइयां ले रहे हैं। काढ़ा पी रहे हैं। हल्दी वाला दूध, हल्दी वाला गरम पानी पी रहे हैं।

जब भी कोई कुछ खाने-पीने की सलाह दे रहा है, तुरंत उसका पालन कर रहे हैं। इसलिए आज हम आपको विभिन्न विटामिंस की जानकारी दे रहे हैं, जो शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं। ये सभी विटामिन हेल्दी रहने के लिए बहुत जरूरी हैं। इनमें से कुछ विटामिन कोराना संक्रमण से बचने में भी मददगार हैं।

1. विटामिन डी

स्वस्थ हड्डियों और दांतों के लिए शरीर में विटामिन डी की बहुत जरूरत होती है। यह न सिर्फ दिल के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद करता है बल्कि डायबिटीज टाइप 1 जैसी स्थितियों का इलाज भी कर सकता है। विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होती है, बच्चों में अस्थमा का खतरा बढ़ जाता है और दिल की बीमारी के अलावा कैंसर का भी जोखिम रहता है। विटामिन डी वसा में घुलनशील प्रो-हार्मोन्स का एक समूह होता है जो आंतों से कैल्शियम को सोखकर हड्डियों तक पहुंचाता है। शरीर में इसका निर्माण हाइड्रॉक्सी कोलेस्ट्रॉल और अल्ट्रावॉयलेट किरणों की मदद से होता है।

सबसे ज्यादा विटामिन-D सुबह-सुबह सूरज की किरणों से निकलता है, अगर हम सुबह करीब 15 मिनट तक सूरज की रोशनी के सामने खड़े हो जाएं, तो शरीर के लिए जरूरी विटामिन-D मिल जाएगा। हरी सब्जियों के अलावा मांसाहार में अंडे, मछली, दूध में पर्याप्त मात्रा में मिल जाएगा।

2. विटामिन ई

विटामिन ई स्किन और बाल को बढ़ावा देने में मदद करता है। विटामिन ई के एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं। इसके अलावा ये फैट कम करने में मदद करता है। आंखों की रोशनी बढ़ाता है। इसकी कमी से हमारी नर्व और मांसपेशियां कमजोर हो जाती है। हमारा बैलेंस बनाये रखने वाली नसें बिगड़ सकती है जिसके कारण हम चलने में लड़खड़ाने लग जाते हैं। इसकी कमी से हमारी आखों की मांसपेशियों में लकवा तक हो सकता है। इसकी कमी आंख के पर्दे (रेटिना) में बीमारी पैदा कर सकती है।

विटामिन ई के लिए आप कद्दू, मूंगफली, लाल शिमला मिर्च और एवोकाडो खा सकते हैं।

3. विटामिन के

‘विटामिन के’ खून के थक्के बनने में अहम भूमिका निभाता है। उसके अलावा, ये आपको खास प्रकार के कैंसर से लड़ने में भी आपकी मदद कर सकता है। इसकी कमी से अत्यधिक खून का बहना और भारी पीरियड्स होते हैं। विटामिन के शरीर में कम हो तो सप्लीमेंट्स लेने के लिए भी डॉक्टर सलाह देते हैं। विटामिन के की ज्यादातर पहचान हड्डी के घनत्व को सुधारने की है, हड्डी की ताकत बरकररार रखने की है। इसके अलावा, ये ऑस्टियोपोरोसिस, जोड़ों का दर्द, फ्रैक्चर और हड्डी से जुड़ी अन्य समस्याओं के खतरे को कम करता है। विटामिन के बीमारियों से दिल की रक्षा करने में भी मदद कर सकता है। पोषक तत्व ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित करता है।

वैसे इसका प्रमुख स्रोत हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, दिल और मांस है।

4. विटामिन ए

विटामिन ए हमारे शरीर को स्वस्थ रखने, इम्यून सिस्टम बेहतर करने, कोशिकाओं के विकास में मदद करता है। यह कई स्त्रोतों से हमें मिल सकता है। जानवरों के प्रोडक्ट्स से मिलने वाला विटामिन ए मुंहासे, झुर्रियों और स्किन की समस्या को ठीक करता है। वहीं पेड़-पौधे से हासिल होने वाला विटामिन ए नजर, पाचन की खराबी को ठीक करता है। विटामिन-ए की कमी से आंखों में रतौंधी (रात में दिखाई देने में मुश्किल), आंख के सफेद हिस्से में धब्बे तथा कॉर्निया सूखना शुरू हो जाता है। इसके बाद कॉर्निया में घाव हो जाते हैं और यह अपारदर्शी हो जाता है। ठीक इलाज के अभाव में इससे स्थाई अंधापन भी हो सकता है, जोकि सहसा दोनों आंखों में होता है। विटामिन ए की कमी से अत्यधिक खून का बहना और भारी पीरियड्स का सामना होता है।

विटामिन ए कॉड लिवर ऑयल, अंडे, फोर्टिफाइड अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियों, नारंगी और पीली सब्जियों, गाजर और फलों में पाया जाता है।

5. विटामिन बी

विटामिन बी में 8 प्रकार बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7, बी9, बी12 शामिल हैं। ये सभी सामूहिक रूप से विटामिन्स बी का ग्रुप बनाते हैं जो शरीर के लिए अलग-अलग कामों के प्रति जिम्मेदार होते हैं। विटमिन B-12 शरीर कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत करने का काम करता है। यह हमारे दिमाग, स्पाइनल कॉर्ड और नर्वस सिस्टम के कुछ खास तत्वों की रचना भी करता है। ये हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल भी बनाता है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। यह ऐसा विटमिन है, जिसका अवशोषण हमारी आंतों में होता है। वहां लैक्टो बैसिलस (फायदेमंद बैक्टीरिया) मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर में B-12 बनाते हैं। B-12 बनने के बाद ये लीवर में इकट्ठा हो जाता है। यहां से लीवर इसे आवश्यक जगह पर भेजता है। इसकी कमी से डिमेंशिया, एनीमिया और डिप्रेशन होने का खतरा रहता है

वैसे मांसाहारी पदार्थों में विटामिन बी की भरपूर मात्रा होती है, लेकिन शाकाहारी लोग इसे डेरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर, चीज, मक्खन, सोया मिल्क के सेवन से शरीर में बढ़ा सकते हैं। साथ ही, जमीन के अंदर ऊगनेवाली सब्जियां जैसे आलू, गाजर, मूली, शलजम, चुकंदर आदि में भी विटामिन B पाया जाता है।

6. विटामिन सी

विटामिन सी सबसे मजबूत और सबसे महत्वपूर्ण विटामिंस में से एक है। ये इम्यूनिटी बढ़ाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। उसके अलावा, ये खराब टिश्यूज की मरम्मत करता है। यह एंजाइन के साथ मिलकर न्यूरोट्रांसमीटर पैदा करता है और स्किन के स्वास्थ्य को बढ़ाता है। इसकी कमी के कारण मसूढ़े से खून बहने की बीमारी स्कर्वी होती है

खट्टे रसदार फल जैसे आंवला, नारंगी, नींबू, संतरा, अंगूर, टमाटर, आदि एवं अमरूद, सेब, केला, बेर, बिल्व, कटहल, शलगम, पुदीना, मूली के पत्ते, मुनक्का, दूध, चुकंदर, चौलाई, बंदगोभी, हरा धनिया और पालक विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं।