बालकनी को बनाएं अपना फेवरेट स्पॉट

बालकनी को बनाएं अपना फेवरेट स्पॉट

छोटा-सा घर हो। घर के बाहर बड़ा-सा गार्डन हो। वहां दो चेयर व टेबल लगी हो, जिसमें बैठकर आप प्रकृति के बीच सुबह की चाय या शाम की कॉफी का आनंद लें… हर किसी का यह सपना होता है। लेकिन अपार्टमेंट, फ्लैट कल्चर में ये सब मुमकिन नहीं है, यही सोचकर हम मन मारकर रह जाते हैं।

लेकिन अब आपको उदास होने की जरूरत नही है। आप अपनी छोटी-सी बालकनी को भी इतना खूबसूरत बना सकते हैं कि आपको प्रकृति के बीच होने का आनंद मिल सकेगा। आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे अपनी बालकनी को हरा-भरा व सुंदर बनाएं ताकि वह आपका पसंदीदा स्पॉट बन जाये और आप अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त वहां गुजारना चाहें।

1. आर्टिफिशियल घास का उपयोग करें

ऑनलाइन या मार्केट जाकर आप आर्टिफिशियल घास खरीद सकती हैं। यह हल्के या डार्क ग्रीन कलर में, घास की लंबाई के अनुसार अलग-अलग प्राइज में आती है। आप बालकनी के एरिया को पहले नाप लें, उसके अनुसार ही घास खरीदें। यह आर्टिफिशियल घास एक मिनट में आपकी बालकनी का लुक चेंज कर देगी। आपको लगेगा कि आप गार्डन में ही हैं। इन्हें मेंटेन करना बहुत ही आसान है।

2. हैंगिंग पॉट्स व गमलों से सजाएं बालकनी

बालकनी भले ही छोटी हो, लेकिन उसमें गार्डनिंग का शौक पूरा किया जा सकता है। आप बालकनी को रंग-बिरंगे फूलों के पौधों व लताओं से सजा सकते हैं। गेंदे के पौधे जरूर शामिल करें। गुलदाउदी भी कई रंगों व साइज में लगा सकते हैं। इसे ज्यादा देखरेख की भी जरूरत नहीं होती। पेटूनिया भी अच्छा ऑप्शन है। इन्हें 6 से 8 घंटे की धूप चाहिए होती है और पानी कम लगता है।

मॉर्निंग ग्लोरी के फूल भी गुलाबी, नीले, बैंगनी व सफेद रंगों में खिलते हैं। ये भी लगा सकते हैं। बालकनी में हरे पौधों भी लगाएं ताकि ग्रीनरी व ताजगी का अहसास हो जैसे कोरल बेल्स, फर्न। कुछ बोनसाई भी जरूर रखें।

3. दीवार को सजाएं पेंटिंग या स्टीकर सें

एक तरफ लोहे की जाली बनवा लें या ऑनलाइन खरीद लें। इसे बेलों से सजाएं। कुछ हैंगिंग पॉट्स भी लगाएं। इस तरह एक दीवार को पूरी तरह ढंक दें। अगर ये न कर सकें तो भी कोई बात नहीं। आप दीवार पर पेंटिंग कर सकते हैं। खूबसूरत वॉलपेपर या स्टीकर लगा सकते हैं। ऑनलाइन कई स्टीकर आपको मिल जायेंगे।

4. कुछ शोपीस जरूर रखें

टेराकोटा, मिट्‌टी या चीनीमिट्‌टी के तरह-तरह के शोपीस आप मार्केट से खरीद सकती हैं। ऑनलाइन भी मिल जायेंगे। ये स्पेशली गार्डन के मुताबिक बनाएं जाते हैं। आप चाहे तो मिनी फाउंटेन खरीद सकते हैं। बालकनी के एक कोने में इसे लगा देंगे तो आपकी बालकनी में चार चांद लग जायेंगे। कल-कल आवाज करते झरने की वजह से आपकों बिल्कुल प्रकृति के बीच होने का अहसास होगा। ये बालकनी को बहुत क्लासी लुक देगा।

5. कलरफुल लाइट्स, लालटेन से डेकोरेट करें

बालकनी में दीवाली में इस्तेमाल की जाने वाली लाइटिंग लगा सकती हैं। इसके अलावा आजकल बेहद खूबसूरत लालटेन का लुक देने वाली लाइट्स मिलती हैं। आप चाहें तो कैंडल स्टैंड रखने की जगह बना सकते हैं। अगर बालकनी में तुलसी का पौधा है तो उस पर दीया रखने की जगह बनाएं। कई तरह की हैंगिंग लाइट्स भी मिलती हैं, जो बटरफ्लाय, स्टार, मून जैसे आकार में होती हैं। उनसे आप बालकनी सजा सकती हैं। ऑनलाइन सर्च करके देखें।

6. कॉजी चेयर या झूला जरूर रखें

गार्डेन चेयर, कुशंस, बीन बैग्स, स्टूल आदि का इस्तेमाल करके आप एक छोटी सी बैठक बना सकते हैं। एक झूला भी लगा सकते हैं, ताकि सुबह-शाम यहां बैठकर कुछ पल एकांत में बिता सकें। बुक पढ़ सकें। बारिश का आनंद ले सकें। चाय-कॉफी पी सकें। आप यहां दोस्तों के साथ चिल कर सकते हैं। एनिवर्सरी या बर्थडे पर जीवनसाथी को कैंडल लाइट डिनर का सरप्राइज दे सकते हैं।

7. बालकनी को स्टोर रूम न बनने दें

बालकनी में बेकार की चीजों को न रखें। उसे स्टोर रूम की तरह इस्तेमाल न करें। कई लोग इसमें बच्चों की साइकिल, खिलौने या बक्से आदि रख देते हैं, जिससे बालकनी भद्दी दिखाई देने लगती है। बालकनी में कपड़े सूखाना भी जरूरी होता है, इसलिए बालकनी में कपड़े सूखाने के लिए ऐसा स्टैंड फिट करवा लें, जो कपड़े सूखाने के लिए नीचे लाया जा सकता हो और फिर वापस रस्सी से ऊपर पहुंचाया जा सकता हो। ऐसे मार्केट में स्टैंड मिल जाते हैं।

इन बातों का रखें ख्याल

  • बालकनी में इतने गमले भी न भर लें कि चलने-फिरने की जगह ही न बचे।
  • पौधों को इतना ज्यादा पानी भी न दें कि पानी बहकर गिरने लगे, टपकने लगे।
  • हर थोड़े दिन में गमले खरीदने से बचें। इस तरह हमेशा अलग-अलग रंग, साइज व पैटर्न के गमले मिलेंगे और एकरूपता नहीं बचेगी। इसलिए बेहतर है कि एक थीम सोच लें और उसी के मुताबिक गमले एक साथ खरीद लें ताकि सब सुंदर सजा हुआ लगे।
  • बालकनी की सफाई का ध्यान रखें, वरना पौधों की वजह से कीड़े-मकोड़े, चीटिंयां आ सकती हैं।
  • बालकनी में खाली या टूटे-फूटे गमलों को न रखें।
  • हैंगिंग गमलों को ठीक से लगाएं ताकि वे किसी के ऊपर न गिरें। साथ ही बालकनी के किनारे भी गमले ऐसे न रखें कि तूफान आने पर या पानी देते वक्त हाथ लगने से गलती से किसी के ऊपर गिर जाएं।